जुबिन गर्ग मौत केस: CID की कार्रवाई तेज, इवेंट मैनेजर पर लगे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप

असम और बॉलीवुड के फेमस सिंगर जुबिन गर्ग की मौत के बाद अब CID की जांच तेज हो गई है. बीते दिनों इवेंट मैनेजर के घर हुई छापेमारी के बाद कई अहम सबूत CID के हाथ लगे है.

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जबिन गर्ग की मौत पर CID की जांच तेज (Photo: Instagram/@zubeen.garg) जबिन गर्ग की मौत पर CID की जांच तेज (Photo: Instagram/@zubeen.garg)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:20 PM IST

असम के सिंगर जुबिन गर्ग के निधन ने असम के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है. एक तरफ जहां सिंगर की मौत पहले से ही सवालों के घेरे में है तो वहीं दूसरी ओर सिंगापुर में इवेंट मैनेजर श्यामकानु महंत पर संगठित वित्तीय अपराध, फर्जीवाड़ा और मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप लगे हैं. CID ने छापेमारी में कई दस्तावेज बरामद किए है. 

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बता दें कि श्यामकानु पूर्व डीजीपी भास्कर ज्योति महंत के छोटे भाई हैं. जो वर्तमान में असम राज्य सूचना आयोग के मुख्य सूचना आयुक्त हैं. उनके एक और बड़े भाई नानी गोपाल महंत हैं. जो गुवाहाटी विश्वविद्यालय के कुलपति बनने से पहले मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के शिक्षा सलाहकार थे.

छापेमारी में क्या कुछ मिला?
वहीं CID (क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट) ने गुरुवार और शुक्रवार को छापेमारी के दौरान श्यामकानु के घर से कुछ दस्तावेज जब्त किए है. जिसमें एक ही कंपनी के नाम के कई पैन कार्ड, विभिन्न कंपनियों और सरकारी अधिकारियों की लगभग 30 स्टाम्प सील और कई बेनामी संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज शामिल थे. जो हेराफेरी की ओर इशारा करता है.

तलाशी के बाद CID ​​के सीनियर पुलिस अधीक्षक आशिफ अहमद ने एक FIR दर्ज की. इसमें सभी बरामदगी का विवरण दिया गया है और महंत की कथित वित्तीय अनियमितताओं की अलग से जांच करने का अनुरोध किया गया है. जिसमें उनकी सभी संपत्तियों को कुर्क और जब्त किया जाना शामिल है.

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CID ने दर्ज किया केस
वहीं शिकायत मिलने के बाद CID ने शनिवार रात भारतीय न्याय संघ (BNS) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोरमी दास को जांच अधिकारी नियुक्त किया है. CID ​​ने प्रारंभिक जांच में कहा गया कि तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री जब्त की गई है. जो स्पष्ट रूप से गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, जालसाजी और अवैध वित्तीय लाभ के लिए धोखाधड़ी के साधनों के इस्तेमाल की ओर इशारा करती हैं.

FIR में क्या लिखा गया?
CID के द्वारा दर्ज की गई FIR के मुताबिक, 'कई पैन कार्ड और बड़ी संख्या में जाली मुहरों का होना  षडयंत्र और संगठित वित्तीय अपराध का संकेत देता है. इसमें ये भी कहा गया है कि महंत के आवास और कार्यालय परिसर के अंदर से असम और अरुणाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में पीएमजीएसवाई योजना के तहत सड़कों के निर्माण से संबंधित कई दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.

इसके अलावा महंत की संपत्तियों, बैंक खातों, कंपनियों और जाली पैन कार्ड व मुहरों के इस्तेमाल से जुड़े लेन-देन की विस्तृत वित्तीय जांच करने, उनकी संपत्तियों, खातों और जांच के दौरान पहचानी गई अपराध की आय को कुर्क करने और अकाउंट फ्रीज करने की रिकवेस्ट की गई है..

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गौरतलब है कि असम पुलिस महानिदेशक हरमीत सिंह ने पहले ही सिंगर जुबिन गर्ग की मौत की जांच के लिए 9 सदस्यीय SIT बनाई है. अब इस नए मामले में संपत्तियों की जब्ती, बैंक खातों की जांच और संदिग्ध लेनदेन की पड़ताल की जा रही है.
 

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