2016 में पाक एक्टर्स पर बैन के बाद भी पंजाबी इंडस्ट्री ने दिया काम, हानिया आमिर विवाद के बाद लगेगी लगाम?

करीब एक दशक पहले पाकिस्तानी कलाकार लगातार भारतीय फिल्मों में काम करते नजर आते थे लेकिन 2016 में उनपर पहली बार बैन लगाया गया था. मगर क्या आपको पता है कि इसके बावजूद पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में पाकिस्तानी कलाकारों को काम मिलता रहा?

Advertisement
2016 में लगे बैन के बाद भी भारतीय पंजाबी फिल्मों में दिखे ये पाकिस्तानी एक्टर्स 2016 में लगे बैन के बाद भी भारतीय पंजाबी फिल्मों में दिखे ये पाकिस्तानी एक्टर्स

सुबोध मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 25 जून 2025,
  • अपडेटेड 6:10 PM IST

दिलजीत दोसांझ की फिल्म 'सरदारजी 3' में पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर की कास्टिंग का विवाद इतना बढ़ गया है कि अब भारत में ये फिल्म रिलीज ही नहीं होगी. गौरतलब है कि पहलगाम हमले और इसके जवाब में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं. देशभर में पाकिस्तान को लेकर आक्रोश का माहौल है. ऐसे में पाकिस्तानी एक्ट्रेस को भारतीय फिल्म में लीड एक्ट्रेस बना देना, दिलजीत स्टारर 'सरदारजी 3' के लिए विवाद की वजह बन गया. 

Advertisement

अप्रैल-मई की घटनाओं के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्ते पिछले 25 सालों के सबसे तनावपूर्ण स्तर पर हैं. मगर इससे पहले भी आतंकवाद के मुद्दे पर भारत में पाकिस्तान के प्रति गुस्से का माहौल रहा है. करीब एक दशक पहले पाकिस्तानी कलाकार लगातार भारतीय फिल्मों में काम करते नजर आते थे लेकिन 2016 में उनपर पहली बार बैन लगाया गया था. मगर क्या आपको पता है कि इसके बावजूद पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में पाकिस्तानी कलाकारों को काम मिलता रहा? 

दिलजीत दोसांझ, हानिया आमिर (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

भारत में कब और क्यों बैन किए गए पाकिस्तानी कलाकार
पाकिस्तानी कलाकारों के भारतीय फिल्मों में काम करने पर बैन पहली बार 2016 में हुए उरी हमले के बाद लगा था. उरी, जम्मू कश्मीर में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. भारत ने पाकिस्तान में बेस्ड आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया. इस घटना के बाद भारत की जनता में एंटी-पाकिस्तान भावना तेजी से बढ़ी. लोगों ने बॉलीवुड पर दबाव बनाना शुरू किया कि वे पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करना बंद करें. 

Advertisement

इसी दौर में बॉलीवुड फिल्ममेकर करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' पर विवाद हुआ था, जिसमें पाक एक्टर फवाद खान थे. सुपरस्टार शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' को भी विवाद का सामना करना पड़ा था क्योंकि इसमें फीमेल लीड रोल पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान कर रही थीं. विरोध का असर ये हुए कि माहिरा भारत में फिल्म के प्रमोशन में हिस्सा नहीं ले सकीं. लेकिन ये दोनों ही फिल्में उरी हमले के पहले ही प्लान हो चुकी थीं, इसलिए इनके खिलाफ कोई बहुत बड़ा एक्शन नहीं हुआ. 

माहिरा खान, फवाद खान (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

उसी वक्त इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) ने भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी एक्टर्स के काम करने पर बैन लगाते हुए एक रिजोल्यूशन पास किया था. कई राज्यों के फिल्म प्रदर्शकों की संगठनों ने भी ऐसी घोषणाएं की थीं कि वे पाक आर्टिस्ट्स की फिल्मों को रिलीज नहीं करेंगे. 

2019 में पुलवामा हमले में 40 CRPF जवानों के शहीद होने के बाद देश में पाकिस्तान विरोध और ज्यादा बढ़ा. इसके बाद पाकिस्तानी कलाकारों पर लगे बैन को और सख्ती से लागू करने की मांग होने लगी. इस बैन के समर्थन में फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयीज (FWICE) और ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) भी उतर आए. अब ऑपरेशन सिंदूर के बाद से तो पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध भारत में चरम पर है.

Advertisement

2016 के बाद पंजाबी फिल्मों में दिखे ये पाकिस्तानी कलाकार
पंजाबी इंडस्ट्री के बारे में ये कहा जा सकता है कि पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने को लेकर उनका नजरिया बाकी फिल्म इंडस्ट्रीज से अलग है. आजादी के बाद जब पंजाब दो हिस्सों में बंटा तो पंजाबी समुदाय और संस्कृति के भी दो हिस्से हो गए. पाकिस्तान की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा पंजाबी बोलता है, पंजाबी फिल्में देखता है. शायद इसीलिए पंजाबी इंडस्ट्री में पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर स्वीकार्यता, भारत की दूसरी फिल्म इंडस्ट्रीज के मुकाबले थोड़ी ज्यादा है. 

2016 में जब भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर बैन लगा, उसके बाद भी पंजाबी फिल्मों में पाक एक्टर्स को जगह मिलती रही. खासकर उन फिल्मों में जो विदेशों में शूट हुईं. दिलजीत दोसांझ पंजाबी इंडस्ट्री का ऐसा नाम हैं जो पूरे देश में बहुत पॉपुलर हैं और शायद इसीलिए उनकी फिल्म 'सरदारजी 3' में पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर के होने पर ज्यादा लोगों की नजर गई. मगर 2016 के बाद बड़े पंजाबी स्टार्स गिप्पी ग्रेवाल, अमरिंदर गिल और तरसेम जस्सड़ की फिल्मों में भी पाकिस्तानी आर्टिस्ट नजर आते रहे हैं. 

'मां दा लाडला' में इफ्तिखार ठाकुर, नसीम विक्की (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

पाकिस्तानी एक्टर-डायरेक्टर इफ्तिखार ठाकुर ने इंडियन पंजाबी फिल्मों में डेब्यू ही 2019 में किया था. वो अमरिंदर गिल स्टारर 'चल मेरा पुत्त' में नजर आए थे. 2020 और 2021 में रिलीज हुए इस फिल्म के दोनों सीक्वल्स में भी इफ्तिखार ने काम किया. उन्होंने गिप्पी ग्रेवाल की 'पानी च मदानी' (2021), तरसेम जस्सड़ स्टारर 'मां दा लाडला' (2022) और सरगुन मेहता की 'सिधूज ऑफ साउथहॉल' (2023) में भी काम किया है.

Advertisement

'मां दा लाडला' में पाकिस्तान के एक और पॉपुलर कॉमेडी एक्टर नसीम विक्की ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. नसीम को कभी भारतीय दर्शकों ने कपिल शर्मा के शो में भी बहुत पसंद किया था. 

पाकिस्तानी कॉमेडियन और एक्टर नासिर चिन्योटी भी पिछले कुछ सालों में कई भारतीय पंजाबी फिल्मों में नजर आए. 'चल मेरा पुत्त' सीरीज के साथ वो एमी विर्क स्टारर 'आजा मेक्सिको चलिए' (2022), गिप्पी ग्रेवाल की 'हनीमून' (2022) और दिलजीत की 'जट्ट एंड जूलियट 3' (2024) में भी नजर आ चुके हैं. जानेमाने पाकिस्तानी एक्टर-कॉमेडियन जाफरी खान भी 'चल मेरा पुत्त' सीरीज और 'आजा मेक्सिको चलिए' में नजर आ चुके हैं. 

जाफरी खान, नासिर चिन्योटी (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

कुछ साल पहले गिप्पी ग्रेवाल ने, भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के विरोध के बावजूद उनके साथ काम करने पर एनडीटीवी से कहा था कि वो उन्हें बतौर एक्टर-प्रोड्यूसर इससे कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा था, 'लोग ऐसा पसंद करते हैं और हमारा शेयर्ड कल्चर है. पंजाबी एक बड़ी भाषा है और पाकिस्तान में बहुत पंजाबी बोली जाती है. जब हम भारत के बाहर शूट कर रहे होते हैं तो हमें बहुत सारे एक्टर्स चाहिए होते हैं. और बाहर पाकिस्तान की भी बहुत फिल्में शूट होती हैं तो वो आर्टिस्ट आसानी से मिल जाते हैं हमें.'

Advertisement

अपने जवाब में गिप्पी ने ये भी कहा था कि इससे पंजाबी फिल्मों की पहुंच भी बढ़ती है और भारत के साथ-साथ पाकिस्तान की पंजाबी कम्युनिटी भी फिल्म देखती है. 

दिलजीत दोसांझ की 'सरदारजी 3' में हानिया आमिर की कास्टिंग भी भारत-पाक के बीच मौजूदा तनावपूर्ण माहौल से पहले ही फाइनल कर ली गई थी. अब जब फिल्म की रिलीज डेट पास आने लगी तो लोगों को इसका पता चला. शायद 'सरदारजी 3' में पाक एक्ट्रेस की कास्टिंग का विवाद इसलिए भी बड़ा हो गया क्योंकि दिलजीत और हानिया दोनों ही बहुत बड़ा नाम हैं. 

इससे पहले भारतीय पंजाबी फिल्मों में नजर आ रहे पाक कलाकार सपोर्टिंग रोल या स्पेशल अपीयरेंस में थे. लेकिन हानिया को मेकर्स ने सीधा फीमेल लीड बना दिया जिससे लोगों का ध्यान ज्यादा गया. मगर अब देखने वाली बात होगी कि भारतीय पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री, ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों की कास्टिंग को लेकर क्या कदम उठाती है.  

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement