Trigger Series Review: गोलियों के शोर में इंसानियत महसूस कराती है 'ट्रिगर', शानदार स्टोरीटेलिंग सोचने पर करेगी मजबूर

आपने कभी सोचा है कि अगर एक दुखी इंसान के हाथ में बंदूक थमा दी जाए, तो उसका अंजाम क्या होगा? इसी सोच को दिखाने एक ऐसी के-ड्रामा सीरीज 'ट्रिगर' सामने आई है जो हर किसी को सोचने पर मजबूर कर सकती है. नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ये के-ड्रामा सीरीज आखिर कैसी है? पढ़िए हमारा रिव्यू...

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कोरियन-ड्रामा सीरीज 'ट्रिगर' रिव्यू कोरियन-ड्रामा सीरीज 'ट्रिगर' रिव्यू

पर्व जैन

  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 7:59 PM IST
फिल्म:ट्रिगर
3.5/5
  • कलाकार : किम नाम गिल, किम यंग क्वांग, पार्क हून, गिल हे-योन
  • निर्देशक :क्वोन ओह सुंग

एक आम इंसान की लाइफ बड़ी सिंपल सी होती है. वो अपनी जिंदगी में जो भी काम करना चाहता है, उसमें वो किसी भी बाहर वाले की दखलअंदाजी नहीं चाहता. लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बेवजह दूसरों को परेशान करने में लगे होते हैं. ऐसे में एक ऐसी काल्पनिक दुनिया का जन्म होता हैं जहां एक इंसान अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए हथियार का सहारा लेता है.

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अब इसी दुनिया पर आधारित दक्षिण कोरिया की तरफ से एक ऐसी क्राइम-ड्रामा सीरीज सामने आई है, जो इंसान को कई चीजें सोचने पर मजबूर कर सकता है. 'ट्रिगर' एक ऐसी दुनिया से रूबरू कराती है जो काल्पनिक होने के बावजूद एक खतरनाक हकीकत को दर्शाती है. कैसी है ये के-ड्रामा सीरीज? आइए, आपको बताते हैं.

क्या है 'ट्रिगर' की हैरान करने वाली कहानी?

दक्षिण कोरिया एक ऐसा देश है जहां हथियार मिलना नामुमकिन है. इसमें रहने वाले कुछ लोग अपनी जिंदगी में कुछ लोगों से काफी परेशान रहते हैं. किसी का पड़ोसी नाक में दम करके रखता है, तो कोई स्टूडेंट किसी दूसरे स्टूडेंट को जीने नहीं देता. ये लोग अपनी जिंदगी में सुख-शांति चाहते हैं, मगर उन्हें वो नसीब नहीं होता. इन्हीं के बीच एक ऐसा पुलिस ऑफिसर ली दो (Kim Nam-gil) है जो लोगों की मदद करता है. मगर शहर में एक ऐसी गैंग शामिल है जो सक्रिय रूप से लोगों की मजबूरी का फायदा उठाती है.

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वो लोगों की परेशानी को जानकर उनके पास बंदूक और खतरनाक हथियार भेजते हैं ताकि वो अपनी लाइफ में मौजूद दुश्मनों को हमेशा के लिए खत्म कर दें. देखते ही देखते शहर में कई लोगों के पास खतरनाक हथियार पहुंच जाते हैं जिससे कई लोगों की जान चली जाती है. ली दो इन सभी केस को अपनी सूझ-बूझ से सुलझाने में लग जाता है, मगर उसे कोई सुराग नहीं मिल पाता. लेकिन तभी उसकी लाइफ में मून बेक (Kim Young-kwang) की एंट्री होती है.

जो उसका अचानक पार्टनर बनकर उन सभी केस में शामिल हो जाता है. हालांकि ये मून बेक जितना सीधा दिखने में लगता है, असल में वो वैसा नहीं होता है. उसकी भी अपनी एक मिस्ट्री है जो सीरीज देखते वक्त धीरे-धीरे खुलती है. अब ली दो के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि उसे हथियार बेचने वाली गैंग के लीडर को पकड़कर शहर में मौजूद हथियारों को जब्त करना है ताकि वो ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचा पाए. क्या वो ये करने में कामयाब हुआ? ये आपको सीरीज देखकर मालूम पड़ जाएगा. 

शानदार है स्टोरीटेलिंग, सस्पेंस सीट से बांधे रखने में हुआ कामयाब? 

कोरियन-ड्रामा की खासियत इनकी स्टोरीटेलिंग का तरीका रहा है. 'ट्रिगर' अपना मुद्दा पहले कुछ ही एपिसोड्स से जाहिर कर देती है. एक पुलिस वाला है जिसे शहर में हो रही वारदातों के पीछे का सच ढूंढकर निकालना है. जिसमें कई लोगों की कहानियां शामिल हैं. सीरीज में सिर्फ दो ही मेन किरदार शामिल हैं. बाकी पूरी सीरीज को इसकी सपोर्टिंग कास्ट का सहारा मिला है जिसने इसकी कहानी को थोड़ा और मजबूत बनाने का काम किया है. 

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'ट्रिगर' में सबसे अच्छी बात ये रही है कि इसकी कहानी में कई किरदार शामिल हैं जिनकी अपनी मजबूरियां हैं. वो उनसे निपटने के लिए हथियारों का सहारा लेते हैं जिसमें कई लोगों की जान भी चली जाती है. लेकिन मेकर्स ने इन सभी किरदारों के एक्शन्स को सही साबित नहीं किया है जो सबसे सही फैसला है. इंसान की जिंदगी में कितनी भी मुसीबतें आए, उसे हथियार का सहारा लेकर उन्हें दूर नहीं करना चाहिए. और यही इसकी स्टोरीटेलिंग का एक और प्लस पॉइंट भी है. 

सीरीज में सस्पेंस भी काफी अच्छे से डाला गया है. किरदारों के हर एक्शन को देखते वक्त आपके मन में यही सवाल घूमता रहता है कि ये आखिर इसके बाद क्या करने वाला है? क्या इसके साथ कुछ गलत होगा? यही उत्सुकता आपके अंदर एक टेंशन सी पैदा करती है जिससे इसे देखने का मजा थोड़ा और बढ़ जाता है. 'ट्रिगर' एक ऐसी परफेक्ट क्राइम-थ्रिलर सीरीज है जिसमें खूब सारे क्राइम सीन्स के साथ उलझे हुए केस शामिल हैं जिसे सुलझाने में आप भी साथ आ जाते हैं.

यहां देखें सीरीज का हिंदी ट्रेलर:

एक्टिंग-डायरेक्शन में दिखा कमाल, किस वजह से देखें सीरीज?

डायरेक्टर क्वोन ओह सुंग, जिन्होंने इससे पहले 'मिडनाइट' नाम की कोरियन क्राइम थ्रिलर बनाई थी, उनका काम इस सीरीज में भी शानदार है. उन्होंने सीरीज में ऐसे कई मोमेंट्स डाले हैं जिससे लोगों को इंसानियत के नाते भी एक अच्छा मैसेज मिलता है. गोलियों की आवाज में उनका बनाया किरदार ली दो अपनी इंसानियत से लोगों का दिल जीतता है. ली दो के किरदार में एक्टर किम नाम गिल का काम काफी जबरदस्त है.

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वहीं सीरीज में मून बेक नाम की मिस्ट्री बने एक्टर किम यंग क्वांग की एक्टिंग आपको सोचने पर मजबूर करती है. उन्हें इस सीरीज में काफी मुश्किल किरदार दिया गया जिसे उन्होंने पूरी ईमानदारी से निभाया. 'ट्रिगर' में कई सारी सपोर्टिंग कास्ट भी शामिल है जिन्होंने अपनी प्रेजेंस से सीरीज का मजा कायम रखा. 'स्क्विड गेम' के बाद ये सीरीज इंडिया में लोगों को अपनी रिलेटेबल कहानी से एंटरटेन करने का काम कर सकती है.

अगर आप क्राइम-थ्रिलर और काफी सारा एक्शन वाला कंटेंट देखना पसंद करते हैं, तो 'ट्रिगर' वो सीरीज है जिसे आप एक मौका दे सकते हैं. सीरीज में 10 एपिसोड्स हैं जो आपको देखते वक्त थोड़ा स्लो महसूस करा सकती है. लेकिन इसकी कहानी और सस्पेंस आपका दिल जीतने में कामयाब होगी. अगर आप हाल ही में आया कोई के-ड्रामा देखना चाहेंगे, तब भी आप इसे देख सकते हैं. 'ट्रिगर' को आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.

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