अली अब्बास जफर की हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज तांडव को लेकर काफी बवाल देखने को मिल रहा है. सीरीज को लेकर इतने बड़े विवाद खड़े हो गए हैं कि 6 जगह FIR दर्ज हो चुकी है और सूचना प्रसारण मंत्रालय ने भी मामले का संज्ञान लिया है.
हाल ही में उत्तर प्रदेश में तांडव के खिलाफ FIR के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के चार पुलिसकर्मी मुंबई पहुंचे हुए हैं. जांच टीम के सदस्य अनिल कुमार सिंह और दयाशंकर दुबे मुंबई पुलिस से इजाजत लेने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से मिल रहे हैं. खबर आ रही है कि मुम्बई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन में तांडव वेब सीरीज को लेकर FIR दर्ज हुई है. IPC की धारा 153 (A) 295 (A) 505 IPC के तहत निर्माता, निर्देशक और कलाकारों के खिलाफ हुआ मामला हुआ दर्ज हुआ है.
यूपी पुलिस मुंबई क्यों गई?
वैसे इस पूरे विवाद पर आजतक से बातचीत के दौरान ADG प्रशांत कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी को भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का हक नहीं है. वहीं उन्होंने ये भी कहा है कि मामले की पूरी जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा. वे कहते हैं- देखिए अलग-अलग जगहों पर FIR हुई है और उस FIR में कुछ लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. हमारी पुलिस इस मामले की जांच करने,मामले की तथ्यात्मक विवेचना करने गई है. किसी के साथ ज्यादती नहीं होगी ना ही कोई हरासमेंट किया जाएगा. लेकिन किसी को भी भावनाओं के साथ खेलने की भी इजाजत नहीं दी जा सकती. ऐसे में हमारी जो टीम गई है वह पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देगी.
मेकर्स होंगे गिरफ्तार?
वहीं मेकर्स की गिरफ्तारी वाली बात पर प्रशांत कुमार ने अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं बताया है. उन्होंने सिर्फ इतना कहा है कि जांच होने के बाद उचित कार्रवाई होगी. उनके मुताबिक पुलिस की जो टीम मुंबई गई है, उसकी रिपोर्ट के आधार पर ही कोई फैसला लिया जाएगा. मालूम हो कि इस समय यूपी से पुलिस अधिकारियों एक टीम मुंबई में तांडव के मेकर्स से पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि अली अब्बास ज़फ़र, अमेजन की हेड अपर्णा पुरोहित, प्रोड्यूसर हिमांशु किशन मेहरा और लेखक गौरव सोलंकी से सवाल-जवाब किए जा सकते हैं.
अनिल देशमुख का बड़ा बयान
तांडव वेब सीरीज को लेकर सियासत जमकर होती दिख रही है. महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि उन्हें सीरीज को लेकर शिकायत मिली है. उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि वे ओटीटी प्लेटफॉर्म को लेकर कोई कड़ा कानून लाए.
उन्होंने फिर उस डिबेट को हवा दे दी है जिसे लेकर काफी बवाल देखने को मिलता है. उन्होंने अपने बयान के जरिए ओटीटी पर सेंसरशिप की बात कह दी है.
जानिए पूरा विवाद
तांडव सीरीज का निर्देशन अली अब्बास जफर ने किया है. सबसे ज्यादा विवाद जीशान आयूब और उनके एक सीन को लेकर देखने को मिल रहा है. सीरीज के पहले ही एपिसोड में जिस अंदाज में जीशान भगवान शिव बन स्टेज से बयानबाजी कर रहे हैं, उससे संत समाज नाराज नजर आ रहा है. मेकर्स की तरफ से मांगी जरूर मांगी गई है, लेकिन गुस्सा शांत होता नहीं दिख रहा.
मेकर्स की माफी
डायरेक्टर अली अब्बाज जफर ने सोशल मीडिया पर इस विवाद पर सफाई दी है. उन्होंने लिखा था- हमें पता चला कि वेबसीरीज के कुछ कंटेंट ने लोगों की भावनाओं को दुख पहुंचाया है. मैं बता दूं वेब सीरीज की कहानी पूरी तरह काल्पनिक है और हमारी टीम के किसी मेंबर का मकसद लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. मेकर्स अब तांडव से हर विवादित सीन हटाने को तैयार हो गए हैं. मेकर्स की तरफ सूचना प्रसारण मंत्रालय का भी आभार व्यक्त किया गया है. उनकी नजरों में मंत्रालय ने उन्हें सही दिशा दिखाई और लगातार सपोर्ट किया.
कुमार अभिषेक