बॉलीवुड इंडस्ट्री में स्टारकिड्स वर्सेज आउटसाइडर डिबेट हमेशा से चर्चा का विषय रहा है. कुछ लोग नेपोटिज्म को सपोर्ट करते हुए इसे सही ठहराते हैं, तो वहीं कईयों ने इस फेवरेटिज्म पर आपत्ती जताई है.
रति अग्निहोत्री के बेटे तनुज विरवानी इस पर अपनी अलग राय रखते हुए कहते हैं, मैं एक बहुत बड़ा एग्जाम्पल हूं नेपोटिज्म का. मैं अपनी पहली फिल्म से ही स्ट्रगल करता आ रहा हूं. मैं आज भी ऑडिशन के लिए जाता हूं और लोगों को काम दिखाता हूं. एक स्टारकिड होने के नाते जब आप लॉन्च होते हैं, तो काफी हाइप होता है. लोग आपसे उम्मीद करने लगते हैं. मेरी तुलना मां से की जाती थी. मैं भी जोश में आया था, सोचा था कि मां का नाम रौशन करूंगा, हालांकि ऐसा हुआ नहीं. मेरी फिल्में फ्लॉप हो गई थी.
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मां से नहीं ली कभी मदद
मैंने कभी मां से मदद नहीं ली कि मेरे लिए कुछ करें. मैं अपनी सक्सेस का क्रेडिट खुद को देना चाहता था. जब फेल्यॉर मिला, तो उससे भी मुझे ही गुजरना था. मैं जिद्दी हूं और इगो है मुझमें. अगर मैंने मां से मदद ले ली, तो फिर शायद इतना संतुष्ट नहीं रह पाऊंगा. मेरी मां ने हमेशा इस फैसले की रिस्पेक्ट की है.
लोगों ने मेरा फोन लेना बंद कर दिया था
अपना स्ट्रगल शेयर करते हुए तनुज ने बताया, मेरा डेब्यू फिल्म लव सोनिया से हुई थी. मुझे इंडस्ट्री में लगभग 10 साल होने को हैं, लेकिन इन दस सालों में मैंने यह जान लिया है कि इंडस्ट्री केवल चढ़ते सूरज को ही सलाम करती है. लोग बहुत जल्दी बदल जाते हैं. जो लोग मेरे डेब्यू से पहले कॉल किया करते थे, उन्होंने फोन लेना बंद कर दिया था.
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खुद की काबिलियत पर करने लगा था सवाल
तनुज आगे कहते हैं, मेरी लगातार से तीन फिल्में फ्लॉप हो गई थीं. ऐसे में लोगों ने फोन लेना बंद कर दिया था. मैं काम के लिए कॉल करता, तो मुझे टाल दिया जाता था. एक भयावह सपने की तरह था. मैं घर पर महीनों बैठे रहता था और फोन नहीं बजता था. बहुत डिप्रेसिंग होता है. इस दौरान खुद की चॉइस पर सवाल करने लगता था. खुद की काबिलियत पर डाउट होने लगता था. सोचता था कि कहीं एक्टिंग करियर को चुनकर गलत फैसला तो नहीं ले लिया.
डिजिटल स्पेस ने दिया मौका
यहां आपको खुद का हीरो बनना पड़ता है. मैंने अपने आपको समेटा और मूव ऑन करते हुए खुद पर काम किया. डिजिटल स्पेस ने मेरे करियर को नया आयाम दिया है. इनसाइड ऐज से जो शुरूआत हुई है, अब बहुत सी डिजिटल प्रोजेक्ट्स कर चुका हूं और लोगों को मेरा काम पसंद आ रहा है. मां भी मेरे इस ग्रोथ से काफी संतुष्ट हैं. हालांकि मंजिल अभी दूर है, लंबा रास्ता तय करना है.
नेहा वर्मा