एक्टर आर माधवन ने खुद के लिए फिल्म इंडस्ट्री में एक यूनिक स्पेस क्रिएट की है. हर भाषा में इन्होंने काम किया है. तमिल सिनेमा से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री तक का सफर इनका कुछ आसान नहीं रहा. माधवन को फिल्म इंडस्ट्री में आए 3 दशक से ज्यादा का वक्त हो चुका है. हाल ही में एक इंटरव्यू में माधवन ने अपनी जर्नी पर बात की.
आर माधवन को लगता है सेट पर डर
माधवन ने मिर्ची प्लस संग बातचीत में कहा- आजकल न मैं जभी सेट पर जाता हूं, मुझे पहले से बहुत ज्यादा डर लगता है. मुझे न पहले डे जब सेट पर जाओ, तो सब देखकर ये बोल रहे हैं 'हो गया मैडी खत्म', 'अब इसको एक्टिंग नहीं आती'. हर फिल्म सेट पर जाकर मुझे ऐसा अहसास होता है. मुझे लगता है कि मेरे असिस्टेंट्स देख रहे हैं और कह रहे हैं कि अब टाइम हो गया है किसी और को जॉइन करने का, इसको कुछ आता नहीं. मेरा वो जो खौफ है न वो हर फिल्म में बढ़ता जा रहा है.
अजय संग काम का कैसा रहा एक्स्पीरियंस?
माधवन ने बताया कि जब उन्होंने पहली बार 'शैतान' फिल्म में अजय के साथ काम किया था तो उन्हें लगा था कि अजय को अकेला छोड़ देते हैं. शायद उन्हें बात करना पसंद न हो. पर हां, जब अजय कम्फर्टेबल हो जाते हैं किसी के साथ तो उनसे चीजें शेयर करना बहुत आसान है. उनके अंदर एक भोलापन है. वो चीजों को समझने में समय लेते हैं. मेरे अंदर क्यूरिओसिटी है. तो मुझे हम दोनों पर गर्व है.
माधवन ने लिया 3 साल का फिल्मों से ब्रेक
माधवन ने फिल्मों से करीब दो से तीन साल का ब्रेक लिया था. इसके बारे में भी उन्होंने बात की. कहा कि मुझे ब्रेक लेना पड़ा, क्योंकि मैं काफी डिसइल्यूशन्ड हो गया था वो भी उससे जो मैं काम कर रहा था. मैं स्विट्जरलैंड में एक तमिल गाने की शूटिंग कर रहा था, ऑरेंज पैंट्स और ग्रीन शर्ट पहनकर.
मैं नाच रहा था. सड़क के बीचोंबीच. वहां मौजूद एक किसान मुझे देखकर हंस रहा था. मैंने उन्हें देखा और कहा कि आप चेन्नई आओ. मैं दिखाता हूं मैं क्या हूं. मुझे बुरा लगा था. तब मुझे लगा था कि मैं रियल लाइफ में दूसरों की ट्यून पर नाच रहा हूं.
बता दें कि आर माधवन, अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह के साथ फिल्म 'दे दे प्यार दे 2' में नजर आ रहे हैं. इस फिल्म को आप भी सिनेमाघरों में जाकर देख सकते हैं.
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