फिल्ममेकर करण जौहर कई बार पब्लिकली अपना दर्द सुनाते नजर आए हैं. वो काफी बार अपने सिंगल पेरेंट होने पर भी चिंता जता चुके हैं. करण को अपने दोनों बच्चों बेटे यश और बेटी रूही की चिंता सताती है. ऐसे में अब उन्हें अपने बच्चों को लेकर एक और बात परेशान कर रही है, जिसका सीधा कनेक्शन उनके बचपन से जुड़ा है.
क्यों बच्चों के लिए परेशान रहते हैं करण जौहर?
करण जौहर अक्सर अपने बचपन के बारे में खुलकर बात करते आए हैं. वो अपने मोटापे से बेहद परेशान रहे हैं. उन्हें अपने बढ़े हुए वजन के चलते काफी कुछ सहना पड़ा था. हाल ही में टेनिस प्लेयर सानिया मिर्जा संग बातचीत में करण ने कहा है कि बचपन की तरह, उन्हें अब अपने बच्चों यश और रूही के बढ़ते वजन की चिंता हो रही है.
फिल्ममेकर का कहना है, 'मैं आपको बताना चाहता हूं कि मेरा 50% हिस्सा मेरे बचपन से इतना आहत है कि मुझे डर लगता है कि मेरे बच्चे अपना वजन बढ़ा लेंगे. मैं बचपन की घटनाओं को अपने साथ लेकर चलता हूं. मैं उन्हें कहता रहता हूं कि मीठा मत खाओ. लेकिन मेरा एक हिस्सा उन्हें इससे आजाद करना चाहता है. अगर वो स्कूल में बहुत ज्यादा क्लासेज की वजह से फुटबॉल की क्लास मिस कर देते हैं या बंक कर देते हैं, तो मुझे गुस्सा आता है.'
करण ने बताई अपने बचपन की घटना
करण ने आगे अपने बचपन की घटना को याद करते हुए कहा, 'मुझे याद है एक बार मुझसे कहा गया कि तुम डब्बा गुल खेलो क्योंकि फुटबॉल तुम्हारे लिए नहीं है. मैं पेरेंटिंग के एक कॉन्फ्लिक्टिंग दौर से गुजर रहा हूं. मैं चिंता में हूं. उनका स्क्रीन टाइम कम है, फिर भी चीजें सामने आ जाती हैं.'
'स्कूल में कही जाने वाली बातों की वजह से, मैंने अपने कपड़े बदल लिए हैं ताकि उन्हें इस बात का डर ना रहे कि स्कूल में लोग क्या कहेंगे. मैं कुछ चीजों की अति करता था, लेकिन मैंने उसे भी बदला क्योंकि मुझे अपने बच्चों की चिंता है. मैं परेशान रहता हूं कि वो दोनों ऑनलाइन कोई ऐसी क्लिप ना देख लें जिससे उन्हें शर्मिंदा होना पड़े. मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे हर चीज और हर किसी को स्वीकार करें.'
बता दें कि करण जौहर के दोनों बच्चे यश और रूही सरोगेसी के जरिए पैदा हुए थे. वो जुड़वा बच्चे हैं जिनका जन्म 2017 में हुआ था. करण उन्हें अपनी मां हीरू के साथ को-पेरेंट करते हैं.
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