'जॉली एलएलबी 3' उन फिल्मों में से एक है, जिनके अनाउंस होते ही जनता टिकट खरीदने के लिए तैयार हो जाती है. डायरेक्टर सुभाष कपूर की इस फ्रैंचाइजी में पहली फिल्म 'जॉली एलएलबी' (2013) एक सरप्राइज हिट थी. 2017 में आई दूसरी फिल्म ने भी जनता को कॉमेडी का भरपूर डोज दिया और साल की सबसे कमाऊ फिल्मों में से एक साबित हुई.
इस फ्रैंचाइजी की तीसरी फिल्म 'जॉली एलएलबी 3' इस शुक्रवार रिलीज होने के लिए तैयार है. सवाल ये है कि क्या ये फिल्म पिछली फिल्म की कामयाबी से और आगे बढ़ पाएगी? इस सवाल का पक्का जवाब तो थिएटर्स में जनता ही देगी मगर इस फिल्म में ऐसी कुछ बातें जरूर हैं जिसके लिए दर्शक टिकट खरीदना चाहेंगे.
अरशद वारसी की वापसी
पहली 'जॉली एलएलबी' में हीरो का रोल अरशद वारसी ने किया था. डायरेक्टर सुभाष कपूर ने उनपर जो भरोसा दिखाया था, वो सही भी साबित हुआ. फुटपाथ पर सोने वाले मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ते नौसीखिया वकील के रोल में अरशद ने जान डाल दी थी. फिल्म में उनकी सिग्नेचर कॉमिक टाइमिंग तो नजर आई ही, इमोशनल सीन्स में भी अरशद दमदार तरीके से परफॉर्म करते नजर आए. कोर्टरूम के सीन्स में बोमन ईरानी जैसे दमदार परफॉर्मर के सामने उनके सीन्स देखने लायक थे.
इसीलिए मेकर्स ने जब 'जॉली एलएलबी 2' में उनकी जगह अक्षय कुमार को लीड रोल में लिया, तो कई लोग खफा भी थे. बहुत लोगों का मानना था कि ये दमदार परफॉरमेंस देने वाले अरशद के साथ धोखा है. मगर मेकर्स ने इसका हल निकाल लिया और अब 'जॉली एलएलबी 3' में अरशद आखिरकार वापस लौट रहे हैं. ये फैक्टर नई फिल्म को बहुत सपोर्ट दिलाएगा.
कॉमेडी की कबड्डी
इस कोर्टरूम ड्रामा में डायरेक्टर सुभाष कपूर ने ये भूमिका बना दी है कि दो अलग-अलग जगह पर जॉली नाम के वकील हैं, जो अब एक ही कोर्ट में पहुंच गए हैं. अब इन दोनों का सामना होना है. जहां पहली फिल्म में अरशद वारसी का जॉली लोगों को बहुत पसंद आया था. वहीं दूसरी फिल्म में अक्षय कुमार के जॉली को भी लोगों ने पसंद किया था.
अब कोर्ट में एक ही केस के दोनों पक्षों से, दो अलग-अलग जॉली बहस करने वाले हैं. अरशद की कॉमिक टाइमिंग का लोहा बॉलीवुड में हमेशा माना जाता है. जबकि दूसरी तरफ अक्षय कुमार का भी कॉमेडी में हाथ बहुत दमदार है. दो दमदार कॉमेडी एक्टर्स को आमने-सामने कोर्ट में देखना दर्शकों के लिए मजेदार होगा. और इनके साथ कोर्ट में जज बने सौरभ शुक्ला भी अपनी दमदार कॉमेडी से जनता को बांधे रखेंगे.
इमोशन और ड्रामा भी दमदार
'जॉली एलएलबी 3' का ट्रेलर दिखा रहा है कि कोर्ट में इस बार जो केस फंसने वाला है, वो एक गांव के किसानों की जमीनों का है. एक इंडस्ट्रियलिस्ट ये जमीनें हड़पना चाहता है. ये एंगल कहानी को इमोशनल सेंटर है और गांव की लड़ाई इसी इमोशन पर बेस्ड है. ट्रेलर में ही नजर आता है कि इस केस में गांववालों की तरफ से अरशद वारसी केस लड़ रहे हैं और इंडस्ट्रियलिस्ट की तरफ से अक्षय कुमार.
यानी इस कहानी में अक्षय गलत तरफ खड़े हैं. पूरा सेटअप ऐसा है कि कोर्ट केस के साथ-साथ, कोर्ट के बाहर भी काफी ड्रामा चलने वाला है. 'जॉली एलएलबी 2' में सुभाष कपूर ने दिखाया था कि वो अपनी फिल्म को टिपिकल बॉलीवुड स्टाइल ड्रामा बनाने में संकोच नहीं करते. 'जॉली एलएलबी 3' में ये ड्रामा अगर इमोशंस के साथ अच्छा जमा तो ये जनता को बांधकर रखेगा.
सीक्वल फैक्टर
लॉकडाउन के बाद से बॉलीवुड का ये ट्रेंड रहा है कि सीक्वल फिल्मों को अच्छी ऑडियंस मिल रही है. इसकी वजह ये है कि लोग पहले से भरोसा जीत चुकी फिल्मों के लिए थिएटर तक जाना चुन रहे हैं. पहली 'जॉली एलएलबी' को तो जनता से पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला ही था और ये सरप्राइज हिट रही थी. 2017 में आया इसका सीक्वल भी बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ से ज्यादा नेट कलेक्शन करने वाला कामयाब प्रोजेक्ट था.
पिछले दोनों हीरोज का आमने-सामने होना ऐसा फैक्टर है जो जनता में फिल्म के लिए उत्साह बढ़ाएगा. अगर 'जॉली एलएलबी 3' को क्रिटिक्स से तारीफ मिली और जनता का रिस्पॉन्स पॉजिटिव रहा, तो इसके दर्शक तेजी से बढ़ेंगे.
2025 का ट्रेंड रहा है कि अगर किसी फिल्म की हवा बननी शुरू होती है तो उसे खूब दर्शक मिलते हैं. ऐसी हवा बनने के लिए सिर्फ एक शर्त है कि कंटेंट दमदार होना चाहिए. अगर 'जॉली एलएलबी 3' की कहानी से लोगों ने कनेक्ट किया तो ये फिल्म बड़ा धमाका करेगी.
सुबोध मिश्रा