'बॉलीवुड में मर्दों के अंदर है ईगो, खुद को दिखाना पड़ता है बेवकूफ', जाह्नवी ने कही बात

एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने हाल ही में एक टॉक शो में फिल्म इंडस्ट्री में मेल ईगो से निपटने की अपनी चुनौती पर बात की. उन्होंने बताया कि एक महिला के रूप में उन्हें अक्सर खुद को कम समझदार दिखाना पड़ता था ताकि किसी का अहंकार ठेस न पहुंचे.

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जाह्नवी कपूर ने कही बड़ी बात (Photo: Instagram @janhvikapoor) जाह्नवी कपूर ने कही बड़ी बात (Photo: Instagram @janhvikapoor)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 5:58 PM IST

एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने हाल ही में खुलासा किया कि फिल्म इंडस्ट्री में मेल ईगो (पुरुष अहंकार) से निपटना उनके लिए एक चुनौती रहा है, खासकर एक फीमेल एक्टर के रूप में. ट्विंकल खन्ना और काजोल के टॉक शो 'टू मच' के हालिया एपिसोड में जाह्नवी ने बताया कि वह अक्सर खुद को 'कम समझदार' या कम सक्षम दिखाती हैं ताकि लोगों के अहंकार न ठेस पहुंचे.

जाह्नवी को करना पड़ता है मेल ईगो का सामना 

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जाह्नवी इस शो में करण जौहर के साथ मेहमान के रूप में नजर आईं. एक सेगमेंट के दौरान, जब होस्ट ने उनसे इंडस्ट्री में आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछा, तो जाह्नवी ने कहा कि मेल ईगो को संभालना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा, 'मैं जानती हूं कि मैं अपने काम के माहौल में विशेषाधिकार प्राप्त स्थिति से आती हूं. लेकिन मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती मेल ईगो को संभालना रही है. अब हाल ही में मैं ऐसी जगहों पर हूं जहां मैं अपनी राय बिना किसी हिचक के रख सकती हूं. लेकिन पहले मैं ऐसी स्थिति में थी जहां मुझे किसी को खुश करने के लिए खुद को कम समझदार दिखाना पड़ता था. आपको अपनी लड़ाई चुननी पड़ती है और यह सोचना पड़ता है कि अपनी बात को बिना किसी को नाराज किए कैसे रखा जाए.'

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ट्विंकल खन्ना ने बीच में टिप्पणी करते हुए कहा कि वह जाह्नवी की बात से सहानुभूति रखती हैं, क्योंकि 1990 के दशक में जब वह एक यंग एक्ट्रेस थीं, तब उन्हें भी ऐसी ही परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा, 'जब मैं छोटी थी, मुझे भी यही समस्या थी, और मैं कभी नहीं समझ पाई कि कूटनीतिक होने की जरूरत क्यों है.' जाह्नवी ने सहमति में सिर हिलाया और बताया कि वह अक्सर किसी सीन से असहमति जताने के बजाय यह दिखाती हैं कि उन्हें वह समझ नहीं आ रहा.

जाह्नवी कपूर ने कहा, 'मैं अभी भी अपनी लड़ाइयां चुन रही हूं. मुझे पता है कि यह सीन सही नहीं है, लेकिन मैं इसे छोड़ देती हूं, और अगले मौके पर अपनी बात रखती हूं. लेकिन मुझे पहले 10 अच्छी बातें कहनी पड़ती हैं और यह दिखाना पड़ता है कि मैं इसे करने में सक्षम नहीं हूं, सिर्फ इसलिए कि मुझे लगता है कि इस सीन को इस तरह करना गलत है. मैं यह नहीं कहती कि यह गलत है बल्कि कहती हूं कि मुझे समझ नहीं आ रहा.' 

प्रोजेक्ट्स की बात करें तो जाह्नवी को पिछली बार रोमांटिक कॉमेडी 'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी' में देखा गया था. इसमें वरुण धवन, सान्या मल्होत्रा और रोहित सराफ भी थे.

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