फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'धड़क 2' देखी. जिसे देखने के बाद वो काफी खुश हुए और एक्टर्स और मेकर्स की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाए. अनुराग फिल्म की तारीफ में कई सारी बातें लिखते हैं. वो 'धड़क 2' की तुलना पुरानी मेनस्ट्रीम सिनेमा से भी करते हैं. साथ ही वो इस फिल्म को दिल पर चोट लगने जैसा भी कहते हैं.
'धड़क 2' देखने के बाद क्या बोले अनुराग कश्यप?
अनुराग ने अपने इंस्टाग्राम पर एक लंबी से पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'बहुत लंबे समय में मैंने इतनी जबरदस्त मेनस्ट्रीम डायरेक्टर्स की पहली फिल्म देखी है. उसमें डायरेक्टर शाजिया इकबाल हमें हमारे असली भारत का आईना दिखाती हैं, जो हमारे अपने छोटे से दायरे के बाहर है, जिसे तृप्ति डिमरी, सिद्धांत चतुर्वेदी, सौरभ सचदेव, साद बिलग्रामी, प्रियंका तिवारी, हरीश खन्ना, मंजिरी पुपाला और विपिन कुमार शर्मा की शानदार एक्टिंग से मदद मिली.'
'ये फिल्म उस बातचीत को दिखाती है जिसे हम रोजाना अपने जीवन में टालते रहते हैं. ये वही है जो मेनस्ट्रीम सिनेमा का असली मकसद था और यही काम महान फिल्ममेकर्स जैसे राज कपूर, बिमल रॉय, गुरु दत्त, के ए अब्बास, बी आर चोपड़ा, यश चोपड़ा और कई बाकी डायरेक्टर्स किया करते थे. हम मेनस्ट्रीम सिनेमा की ऐसी फिल्में बनाना भूल गए जो समाज के लिए बेहद जरूरी हो.'
'धड़क 2' का क्या हुआ अनुराग कश्यप पर असर?
अनुराग ने आगे ये भी कहा कि इस तरह का मेनस्ट्रीम सिनेमा साउथ में काफी ज्यादा फॉलो किया जाता है. वो खुश हैं कि 'धड़क 2' के मेकर्स ने ऐसा दिलेरी दिखाने वाला फैसला लिया और उन्होंने इस फिल्म को बनाया. अनुराग ने लिखा, 'फिल्ममेकर्स स्वतंत्र आर्ट हाउस सिनेमा तक सिमट गए हैं. तमिल और साउथ सिनेमा के बहुत से सिनेमा अब भी ऐसा ही करते हैं.'
'फिल्म परियेरुम पेरुमल का रीमेक, जिसमें उसकी मूल भावना बनी रहे, धड़क 2 किसी दिल पर चोट लगने जैसी है. मेरा ड्राइवर जो मेरे साथ गया था, अंत में रो पड़ा और तब से लगातार इसके बारे में बात कर रहा है. धर्मा प्रोडक्शन्स की तरफ से एक बहुत ही बहादुर और ताकतवर फिल्म. आप इसे खुद ही देख लीजिए. मैं इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगा.'
बात करें 'धड़क 2' की, तो इस फिल्म की कहानी एक दलित बस्ती में पैदे हुए लड़के की है, जो अपने से ऊंची जात की लड़की से प्यार कर लेता है. हालांकि समाज को उनका प्यार स्वीकार नहीं होता और वो उन दोनों को अलग करने का सोचते हैं. इस फिल्म को करण जौहर ने प्रोड्यूस किया है और ये साल 2018 में आई 'धड़क' की स्पिरिचुअल सीक्वल है.
aajtak.in