यूपी: टिकट न मिलने पर नाराजगी, शामली में RLD नेता ने टिकट कटने के बाद बुलाई पंचायत

यूपी विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद से यहां रालोद और सपा गठबंधन ने शामली सीट से प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. इस बीच शामली विधानसभा में रालोद से टिकट के दावेदारों की कतार में खड़े रालोद के पूर्व प्रत्याशी बिजेंद्र मलिक किवाना ने शुक्रवार को अपने आवास पर समर्थकों की पंचायत बुलाकर प्रसन्न चौधरी को टिकट देने पर विरोध जताया है. 

Advertisement
आरएलडी शामली संकट आरएलडी शामली संकट

शरद मलिक

  • शामली,
  • 15 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 2:02 PM IST
  • यूपी चुनाव से पहले आरएलडी में संकट
  • टिकट न मिलने पर RLD नेता ने बुलाई पंचायत

उत्तर प्रदेश में रालोद और सपा गठबंधन ने शामली सीट से प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. यहां शामली विधानसभा में रालोद से टिकट के दावेदारों की कतार में खड़े रालोद के पूर्व प्रत्याशी बिजेंद्र मलिक किवाना ने शुक्रवार को अपने आवास पर समर्थकों की पंचायत बुलाकर प्रसन्न चौधरी को टिकट देने पर विरोध जताया है. 

दरअसल, इस बार यहां से भाजपा से बगावत कर रालोद में शामिल हुए जाट नेता प्रसन्न चौधरी को प्रत्याशी बनाया गया है. ऐसे में बिजेंद्र मलिक समेत कई बड़े नेताओं ने पार्टी हाईकमान के इस फैसले को लेकर विरोध जताया है. उन्होंने इस संबंध में अपने आवास पर समर्थकों की पंचायत बुलाई. दावेदारों की कतार में खड़े रालोद के पूर्व प्रत्याशी बिजेंद्र मलिक किवाना ने शुक्रवार को अपने आवास पर समर्थकों की पंचायत बुलाकर प्रसन्न चौधरी को टिकट देने पर विरोध जताया है.

Advertisement

बता दें कि बीती 19 जून 2021 को भाजपा से बगावत कर प्रसन्न चौधरी रालोद में शामिल हुए थे. पार्टी ने अब उन्हें शामली विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है. यह सीट जाट वोटरों का गढ़ मानी जाती है. इसके विरोध में सुर फूटने लगे हैं. शामली विधानसभा में रालोद से टिकट के दावेदारों की कतार में खड़े रालोद के पूर्व प्रत्याशी बिजेंद्र मलिक किवाना ने शुक्रवार को अपने आवास पर समर्थकों की पंचायत बुलाकर इस फैसले को लेकर विरोध जताया.

पंचायत को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य अरविंद पवार ने कहा कि बिजेन्द्र मलिक और उनके समर्थक पिछले पांच सालों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं. पार्टी के संघर्ष में सभी साथ रहे हैं, लेकिन पार्टी ने जिन्हें टिकट दिया वह चौधरी अजीत सिंह के लोकसभा चुनाव में हारने पर मिठाई बांट चुके हैं. चौधरी अजीत सिंह को चुनाव हरवाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी.

Advertisement

पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल ने कहा कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने पार्टी के लोगों को बिना विश्वास में लिए ही प्रसन्न चौधरी को टिकट दे दिया. पूर्व प्रत्याशी बिजेन्द्र मलिक ने कहा कि 2017 में जब राष्ट्रीय लोकदल का कोई भी प्रत्याशी बनने को तैयार नहीं था, तब मैंने हार वाला चुनाव लड़ा था. चौधरी अजीत सिंह ने तब मुझसे कहा था कि तुम हार वाला चुनाव लड़ लो...जीत का चुनाव भी तुम ही लड़ोगे. पंचायत में पूर्व विधायक बलवीर मलिक ने कहा कि शीघ्र ही हम लोग एक कमेटी गठित कर आप सभी लोगों को अपना फैसला सुना देंगे.


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement