राजस्थान चुनाव 2023: कांग्रेस, भाजपा के आंतरिक सर्वे में कड़ी टक्कर, युवा वोटरों का रहेगा अहम रोल

राजस्थान में 49 लाख नए मतदाता राज्य के 139 विधानसभा सीटों पर कई प्रमुख नेताओं का भविष्य बना या बिगाड़ सकते हैं. वजह ये है कि 200 विधानसभाओं में से 139 सीटें ऐसी हैं जहां मतदाताओं की संख्या पिछले चुनाव में जीत के अंतर से बढ़ गई है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

जयकिशन शर्मा

  • जयपुर,
  • 15 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 6:34 PM IST

कांग्रेस और भाजपा के आंतरिक सर्वेक्षणों में राजस्थान में दोनों प्रमुख दलों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. हालांकि, भाजपा को मामूली बढ़त है. राजस्थान में 49 लाख नए मतदाता राज्य के 139 विधानसभा सीटों पर कई प्रमुख नेताओं का भविष्य बना या बिगाड़ सकते हैं. वजह ये है कि 200 विधानसभाओं में से 139 सीटें ऐसी हैं जहां मतदाताओं की संख्या पिछले चुनाव में जीत के अंतर से बढ़ गई है.

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चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस बार विधानसभा चुनाव में 5. 27 करोड़ मतदाता राजस्थान में सरकार चुनेंगे. इनमें से इस बार 48.92 लाख मतदाता नये हैं. नए वोटरों की ताकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछली बार बीजेपी के पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ महज 1704 वोटों से मालवीय नगर सीट से जीते थे. इसी तरह हवामहल सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता महेश जोशी 9282 वोटों से जीते थे. इस बार सूची में 19076 नये मतदाता हैं.

चूरू में पिछले विधानसभा चुनाव में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को बेहद करीबी जीत मिली थी. उनके और कांग्रेस के रफीक मंडेलिया के बीच अंतर सिर्फ 1850 वोटों का था. इस बार मतदाता सूची में 21,977 मतदाता बढ़े हैं, जो पिछली बार की जीत के अंतर से 20,127 ज्यादा हैं. इसके अलावा इस बार राजेंद्र राठौड़ की सीट बदलने की भी चर्चा है.

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कहा जा रहा है कि राठौड़ राजधानी में सीट तलाश रहे हैं, लेकिन अगर राठौड़ चूरू से ही चुनाव लड़ते हैं तो वहां जीत-हार के फैसले में युवा मतदाता अहम भूमिका निभाएंगे. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आमेर विधानसभा सीट पर 13, 276 वोटों से जीत हासिल की थी. इस बार अंतिम सूची में आमेर सीट पर 39 हजार 631 वोट बढ़े हैं. ऐसे में जीत के लिए स्थाई वोट बैंक के लिए नए वोटरों को भी साधना होगा.

पिछले विधानसभा चुनाव में बीकानेर पश्चिम विधानसभा सीट पर कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला 6190 वोटों से जीते थे. अब इस बार अंतिम मतदाता सूची में बीकानेर पश्चिम विधानसभा सीट पर 28213 वोट बढ़ गए हैं.
 
यह पिछली जीत के अंतर से 22,023 वोट ज्यादा है. बीकानेर पश्चिम सीट पर ये वोटर किंगमेकर साबित हो सकते हैं. गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में सीएम अशोक गहलोत ने सरदारपुरा विधानसभा सीट पर 45597 वोटों से जीत हासिल की थी. इस बार अंतिम मतदाता सूची में सरदारपुरा सीट पर 25530 वोट बढ़े हैं.

पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने झालरापाटन विधानसभा सीट से 34980 वोटों से जीत हासिल की थी. इस बार अंतिम मतदाता सूची में झालरापाटन सीट पर 22,427 वोट बढ़े हैं. पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने टोंक विधानसभा सीट पर 54,179 वोटों की भारी जीत हासिल की थी. इस बार अंतिम मतदाता सूची में टोंक सीट पर 27772 वोट बढ़े हैं.

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