गुरदासपुर जिले के कादीयां विधानसभा सीट पर 1967 से ही विधानसभा चुनाव लड़े जा रहे हैं. मोटे तौर पर नतीजों की बात करें तो इस सीट पर अब तक 12 बार चुनाव हुए हैं. जिसमें पांच बार कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिली है. जबकि सात बार अकाली दल ने कब्जा किया है. जहां तक वोटिंग पैटर्न का सवाल है तो शहर के अधिकतर क्षेत्र में सिख लोग रहते हैं. जिसके चलते शहरवासी सिख प्रत्याशी के हक में ही अपने मत का इस्तेमाल करने को प्राथमिकता देते हैं.
सामाजिक ताना-बाना
अगर हम कादीयां सीट के सामाजिक व धार्मिक समीकरण की बात करें तो इस सीट का आर्थिक या ऐतिहासिक तौर पर कोई खास महत्व नहीं है. लेकिन सिख बहुलता वाला क्षेत्र होने के कारण, लोग सिख प्रत्याशी को पहले देखते हैं. सबसे रोचक बात यह है कि मुसलमानों के अहमदिया जमात की स्थापना यहां पर ही हुई थी और यहां पर इस समुदाय का राष्ट्रीय हेडक्वाटर भी है. इस विधानसभा में कुल 1 लाख 76 हज़ार 309 वोटर हैं. इनमें से लगभग 86,600 महिला वोटर हैं जबकि 89,700 पुरुष मतदाता हैं. 9 अन्य कैटेगरी के मतदाता भी हैं.
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2017 का जनादेश :
2017 के जनादेश की बात करें तो फिलहाल इस सीट से कांग्रेस पार्टी के फतेहजंग सिंह बाजवा विधायक हैं. उनको 62597 वोट पड़े थे. जबकि अकाली दल के सेवा सिंह सेखवां को 50859 वोट पड़े थे. जबकि आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट कंवलप्रीत सिंह काकी को 14,657 हजार वोट मिले थे. इस तरह कांग्रेस कैंडीडेट ने अकाली दल कैंडीडेट को करीब 12 हज़ार वोटों से हराया था.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड :
यहां पर सीवरेज की काफी समस्या थी. जिसके लिए 150 करोड़ रुपए लगाकर समस्या का हल किया और 100 गांवों में खेल स्टेडियम बनाया गया और ब्रिज बनाए जा रहे हैं. कादीयां की सड़कों पर भी 60 से 70 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं. यहां रोजगार के लिए कैंप लगाए गए और करीब 2 हज़ार लोगों को रोजगार दिया गया है.
विशंभर बिट्टू की रिपोर्ट...
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