Lok Sabha elections 2024: अपनी बयानबाजी और कार्यशैली से चर्चित रहने वाले छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कवासी लखमा फिर सुर्खियों में हैं. एक चुनावी भाषण में लखमा ने कहा, मैंने तो अपने बेटे के लिए दुल्हन मांगी थी, लेकिन पार्टी ने तो मुझे ही दुल्हन दे पकड़ दी. दुल्हन से कांग्रेस उम्मीदवार का मतलब लोकसभा के टिकट से था.
जगदलपुर के लालबाग मैदान में नामांकन सभा के आयोजन में कांग्रेस उम्मीदवार कवासी लखमा ने कहा, "मैं चुनाव नहीं लड़ रहा हूं, कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ेगी...मुझे टिकट क्यों मिला? मैंने तो मांगा नहीं था...अगर जिद की जा रही है , मेरे बेटे को टिकट दे दो. मैंने अपने बेटे के लिए दुल्हन (टिकट) मांगी थी लेकिन उन्होंने मुझे दुल्हन (टिकट) दे दी...आज, हमारा देश बेचा जा रहा है और हमारा संविधान खतरे में है...''
उधर, बस्तर जिले में वरिष्ठ कांग्रेस विधायक और लोकसभा उम्मीदवार कवासी लखमा के खिलाफ रुपए बांटने के मामले में भी केस दर्ज हुआ है. जगदलपुर के कोतवाली पुलिस थाने ने सोमवार को जिला निर्वाचन अधिकारी की शिकायत पर लखमा और पार्टी के एक अन्य नेता सुशील मौर्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा इलाके का प्रतिनिधित्व करने वाले और पिछली भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे लखमा को पार्टी ने बस्तर लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है. वहीं, मौर्य कांग्रेस की बस्तर जिला इकाई के अध्यक्ष हैं.
चुनाव अधिकारी की शिकायत के अनुसार, लखमा ने अपनी उम्मीदवारी घोषित होने के एक दिन बाद 24 मार्च को जगदलपुर शहर में प्रसिद्ध मां दंतेश्वरी मंदिर का दौरा किया. कांग्रेस कैंडिडेट को मंदिर के बाहर लखमा को कथित तौर पर लोगों को नकदी बांटते हुए कैमरे में कैद किया गया था.
कांग्रेस ने इस मामले को भाजपा की साजिश बताया और कहा कि लखमा एक जन नेता हैं और बस्तर क्षेत्र के लोगों पर उनकी अच्छी खासी पकड़ है।
स्टेट कांग्रेस कम्यूनिकेशन विंग के हेड सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, जैसे ही कवासी लखमा को बस्तर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा गया, भाजपा ने साजिश रचनी शुरू कर दी और नया कदम (एफआईआर) इसका एक हिस्सा है. हम भाजपा के ऐसे कदमों के खिलाफ लड़ेंगे.
पता हो कि छत्तीसगढ़ की 11 सीटों पर लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 7 मई के बीच तीन चरणों में होंगे और वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
aajtak.in