रतलाम लोकसभा सीट पर 75.24 फीसदी वोटिंग दर्ज

मध्य प्रदेश के रतलाम लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया के दबदबे वाली सीट रही है. इस सीट पर पहले बीजेपी के दिलीप सिंह भूरिया से उनको टक्कर मिलती थी, लेकिन उनका निधन हो चुका है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

राहुल झारिया

  • नई दिल्ली,
  • 19 मई 2019,
  • अपडेटेड 8:19 AM IST

मध्य प्रदेश के रतलाम में रविवार को लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए. यहां पर सातवें और आखिरी चरण के तहत लोगों ने अपने वोट का इस्तेमाल किया. चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक रतलाम संसदीय सीट पर कुल 75.24 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई. अंतिम चरण की वोटिंग के तहत देश में कुल 64.77 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया. वहीं मध्य प्रदेश में कुल 75.52 फीसदी वोट पड़े.

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2019 के आम चुनाव में रतलाम संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में कांतिलाल भूरिया(कांग्रेस), गुमान सिंह दामोर(भारतीय जनता पार्टी), मधु सिंह पटेल(बहुजन समाज पार्टी), एडवोकेट रुक्मण सिंह (बहुजन मुक्‍त‍ि पार्टी), कमलेश्वर भील(भारतीय ट्राइबल पार्टी), सूरज भाभर(ऑल इंडिया हिंदुस्तान कांग्रेस पार्टी) और सूरज सिंह कालिया(जनता दल) हैं. वहीं निर्दलीय उम्मीदवारों में निलेश डामोर और कलेश रांगला शामिल हैं.

यह लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया के दबदबे वाली सीट रही है. इस सीट पर पहले बीजेपी के दिलीप सिंह भूरिया से उनको टक्कर मिलती थी, लेकिन उनके निधन के बाद अब उनकी बेटी निर्मला भूरिया कांग्रेस के इस दिग्गज नेता से मुकाबला करती रही हैं.

2014 में कांतिलाल भूरिया को दिलीप सिंह ने मात दी थी, लेकिन दिलीप सिंह के निधन के बाद यहां पर उपचुनाव हुआ और उसमें कांतिलाल ने वापसी की. बीजेपी ने उपचुनाव में दिलीप सिंह की बेटी निर्मला सिंह भूरिया को टिकट दिया था. इस चुनाव में निर्मला सिंह भूरिया को हार मिली और कांतिलाल एक बार फिर रतलाम के सांसद चुने गए.  

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2014 का जनादेश

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दिलीप सिंह भूरिया ने यहां पर जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया को मात दी. दिलीप सिंह को इस चुनाव में 5,45,980(50.43 फीसदी) वोट मिले तो वहीं कांतिलाल को 4,37,523(40.41 फीसदी) वोट मिले. दोनों के बीच हार जीत का अंतर 1,08457 वोटों का था. बसपा इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थी. उसके खाते में 1.71 फीसदी वोट पड़े थे.

2015 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ. दिलीप सिंह भूरिया के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनकी बेटी निर्मला को हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने निर्मला भूरिया को 88,877 मतों के अंतर से पराजित किया.

कांतिलाल को 5,35,781 मत मिले. वहीं निर्मला को 4,46,904 मत मिले. 2014 के चुनाव से पहले 2009 के चुनाव में भी कांतिलाल भूरिया को जीत मिली थी उन्होंने बीजेपी के दिलीप सिंह भूरिया को मात दी थी. कांतिलाल को 3,08,923 वोट मिले थे तो वहीं दिलीप सिंह को 2,51,255 मत मिले थे. दोनों के बीच हार जीत का अंतर करीब 50 हजार वोटों का था.

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सामाजिक ताना-बाना

यहां पर अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्या अच्छी खासी है. 73.54 फीसदी आबादी रतलाम की अनुसूचित जतजाति की है, जबकि 4.51 फीसदी की आबादी अनुसूचित जाति की है.

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चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक 2014 में रतलाम में 17,02,648 मतदाता थे. इनमें से 8,41, 701 महिला मतदाता और 8,60,947 पुरुष थे. 2014 के चुनाव में इस सीट पर 63.59 फीसदी मतदान हुआ था.

बता दें कि 2019 के आम चुनावों के लिए चुनाव आयोग ने देश की 543 सीटों पर 7 चरणों में चुनाव संपन्न कराए जाने का फैसला किया है. सातवें और आखिरी चरण के लिए नोटिफिकेशन के लिए 22  अप्रैल और नामांकन के लिए 29 अप्रैल की तारीख तय की गई थी. 30 अप्रैल को स्क्रूटनी के बाद 23 मई को वोटिंग की तारीख तय की गई. सातों चरणों के मतदान के नतीजे 23 मई को आएंगे.

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