Gujarat Assembly Elections: गुजरात के इस जिले में 2G नेटवर्क तक नहीं, चुनाव आयोग को करने पड़े ये खास इंतजाम

गुजरात में पहले चरण के चुनाव के लिए आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. नर्मदा जिले के जिन इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध नहीं है, उनके लिए आयोग की ओर से खास इंतजाम किया गया है. इसके लिए वन और पुलिस विभाग की ओर से मदद ली गई है.

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गुजरात में पहले चरण की तैयारियां पूरी गुजरात में पहले चरण की तैयारियां पूरी

नरेंद्र पेपरवाला

  • नर्मदा,
  • 30 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:24 PM IST

गुजरात में पहले चरण के चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. वैसे तो हर जगह 4G और अब 5G नेटवर्क सर्विस हो गया है, लेकिन नर्मदा जिले में कुछ इलाके अभी ऐसे हैं, जहां 2G नेटवर्क भी नहीं है. जिले के कई इलाकों में आम कॉलिंग भी कर पाना भी बहुत मुश्किल है. 

चुनाव आयोग ने नर्मदा जिले में भी चुनाव के लिए तैयारी पूरी कर ली है. चुनाव अधिकारी शैलेष गोकलानी का कहना है कि नर्मदा जिले की नांदोद तहसील में 624 पोलिंग बूथ और 17 केंद्र बनाए गए हैं, जहां नेटवर्क सेवा नहीं है. इसकी वजह से फॉरेस्ट विभाग वायरलेस, वॉकी टॉकी का उपयोग कर रहा है. 

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अधिकारी ने बताया कि नर्मदा जिले में इस बार हम लोग जिन व्हीकल से मतदान केंद्र पर जा रहे हैं, जिनमें पोलिंग स्टाफ और ईवीएम मशीन जाएंगी, उनके ऊपर जीपीएस लगा दिया गया है. जीपीएस लगा देने से ये मालूम रहेगा कि व्हीकल कहां जा रहा है और कहां रुकावट आई है. वह सब ट्रैक किया जाएगा. टेक्नोलॉजी का उपयोग करके हम लोग इस बार चुनाव कराने जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नर्मदा जिले में कुल 30 ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां किसी तरह का कोई मोबाइल नेटवर्क नहीं आता है.  

दरअसल गुजरात का नर्मदा जिले जंगल वाला एरिया है और इस जंगल एरिया के अंदर कई गांव हैं, जहां किसी मोबाइल का नेटवर्क नहीं आता है जिसकी वजह से वन विभाग और पुलिस विभाग की मदद ली जाती है. वायरलेस सेट के जरिए वॉकी टॉकी ग्रामीण इलाकों में दी जाती है. यहां से चुनाव को लेकर कोई भी जानकारी वॉकी-टॉकी के जरिए ही दी जाती है. इसके साथ ही हर घंटे वोटिंग कितनी हुई, ईवीएम में कोई खराबी आई, ऐसी जनकारी वॉकी टॉकी के जरिए ही दी जाती है. 

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इस बार चुनाव आयोग ने क्या किया?  

1- जो संवेदनशील मतदान केंद्र जहां, वेब कास्टिंग कैमरा लगाए गए.
2- दिव्यांग  संचालित मतदान केंद्र बनाए. 
3- ईको फ्रेंडली मतदान केंद्र बनाए गए. 
4- महिला संचालित मतदान केंद्र बनाए गए.
5- ईवीएम, पोलिंग स्टाफ को लेकर जाने वाले व्हीकल पर GPS लगाया गया.  

गुजरात में दो चरणों में होंगे चुनाव 

गुजरात में विधानसभा की 182 सीटों पर दो चरणों में चुनाव हो रहे हैं. पहले चरण में 89 सीटों पर 1 दिसंबर, तो दूसरे चरण में 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि गुजरात चुनाव के नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को आएंगे. आयोग की ओर से बताया गया कि इस बार 51,782 पोलिंग स्टेशन्स पर 4.9 करोड़ वोटर वोट डालेंगे. इस बार गुजरात में 3,24,422 नए वोटर जोड़े गए हैं. 

2017 में बीजेपी को मिली थीं 99 सीटें 

साल 2017 में भी यहां दो चरणों में मतदान हुआ था. तब बीजेपी ने 99 पर जीत हासिल की थी. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए 77 सीटें जीती थीं. अन्य के खाते में 6 सीटें गई थीं. बीजेपी ने इस चुनाव में 50% और कांग्रेस ने 42% वोट हासिल किए थे.  

 

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