बिहार में तरारी विधानसभा सीट से सीपीएमएल उम्मीदवार सुदामा प्रसाद सिंह जीत गए हैं. उन्हें करीब 44 प्रतिशत वोट शेयर मिला है. जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय उम्मीदवार नरेंद्र पांडे को करीब 37 प्रतिशत वोट शेयर हासिल हुए हैं. बिहार की तरारी विधानसभा सीट पर 28 अक्टूबर को वोट डाले गए, यहां कुल 55.35 फीसदी मतदान हुआ. भोजपुर जिले की तरारी विधानसभा सीट पर पहले भी लेफ्ट पार्टी का कब्जा रहा है.
कौन है उम्मीदवार?
• कौशल कुमार विद्यार्थी – भारतीय जनता पार्टी
• संतोष सिंह – रालोसपा
• सूर्यजीत कुमार सिंह – एनसीपी
• सुदामा प्रसाद – सीपीआई (एमएल)
मतदान की तिथि – पहला चरण, 28 अक्टूबर
क्या कहता है सीट का इतिहास?
तरारी विधानसभा सीट आरा लोकसभा का ही हिस्सा है. पहले इसे तीरो विधानसभा के नाम से जाना जाता था. ये सीट 1951 में ही अस्तित्व में आ गई थी. पहले ही चुनाव में सोशलिस्ट पार्टी ने यहां कब्जा जमाया, उसके बाद कांग्रेस ने वापसी की. पिछले दो दशक में ये सीट जनता दल के इर्द गिर्द ही घूमती रही है. दो बार जदयू ने जीत दर्ज की, लेकिन पिछले चुनाव में इस सीट पर Communist Party of India (ML) को जीत मिली थी.
क्या है यहां का जातीय समीकरण?
इस विधानसभा सीट पर कुल वोटरों की संख्या ढाई लाख के करीब है. इनमें से करीब 75 हजार से अधिक भूमिहार जाति के वोटर हैं. यही कारण है कि अधिकतर राजनीतिक दल जातीय समीकरण के हिसाब से अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारती हैं. यहां कुल 1.40 लाख पुरुष वोटर हैं जबकि 1.20 लाख से अधिक महिला वोटर हैं.
2015 विधानसभा चुनाव के नतीजे
पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर Communist Party of India (ML) की जीत हुई थी. पिछले विधानसभा चुनाव में यहां एक दर्जन से अधिक उम्मीदवार मैदान में थे. ऐसे में कड़ा मुकाबला देखने को मिला था. CPI (ML) के सुदामा प्रसाद को कुल 44050 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर लोजपा की गीता पांडे रही थीं जिन्हें 43778 वोट मिले थे. यानी नतीजा सिर्फ 272 वोटों के अंतर का था.
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