हुलास पांडेय: बक्सर का वो बाहुबली जिसके भाई के नाम से खौफ खाते थे लोग

हुलास पांडेय पर पैसों के फर्जी लेनदेन से लेकर अवैध हथियारों की तस्करी तक के आरोप हैं. हुलास पांडेय के पटना स्थित घर पर जब एनआईए ने छापेमारी की थी तो वहां से करीब डेढ़ किलो सोना और 45 लाख रुपये कैश बरामद हुआ था.

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हुलास पांडेय हुलास पांडेय

कुणाल कौशल

  • पटना,
  • 02 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 11:25 AM IST
  • पूर्व एमएलसी रह चुके हैं हुलास पांडेय
  • अपराधों से पुराना नाता, कई थानों में है केस दर्ज
  • एलजेपी के संसदीय बोर्ड में शामिल हैं हुलास पांडेय

बिहार के पूर्व एमएलसी रह चुके हुलास पांडेय को आरा और बक्सर में बाहुबली के तौर पर जाना जाता है. इनके भाई सुनील पांडेय भी विधायक रह चुके हैं. हुलास पांडेय मूल तौर पर बालू का कारोबार करते हैं. बालू माफिया सुभाष यादव के साथ अपने संबंधों को लेकर इलाके में चर्चा में रहते हैं.

जून महीने में NIA ने हुलास पांडेय के पटना, आरा और बक्सर के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापा मारा था. हुलास पांडेय पर पैसों के फर्जी लेनदेन से लेकर अवैध हथियारों की तस्करी तक के आरोप हैं. हुलास पांडेय के पटना स्थित घर पर जब एनआईए ने छापेमारी की थी तो वहां से करीब डेढ़ किलो सोना और 45 लाख रुपये कैश बरामद हुआ था.

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अपराधों की लंबी फेहरिस्त

हुलास पांडेय पर अवैध अथियार रखने (IPC sec 386), खतरनाक हथियार से नुकसान पहुंचाने, हत्या की कोशिश, जाने से मारने की धमकी, आपराधिक षड़यंत्र, शांति भंग करने, सरकारी अधिकारी को परेशान करने, वसूली और रंगदारी मांगने जैसे कई संगीन मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. हालांकि उन्हें किसी भी मामले में कोर्ट के द्वारा दोषी नहीं ठहराया गया है. 

डॉक्टर के अपहरण में सामने आया था भाई का नाम

17 मई 2003 को पटना के मशहूर न्यूरो सर्जन डॉक्टर रमेश चंद्रा का अपहरण हो गया और उनके परिजनों से पचास लाख रुपए की फिरौती मांगी गई. पटना के नौबतपुर इलाके पुलिस ने डॉक्टर को बरामद कर लिया. इस अपहरण केस में हुलास पांडेय के भाई और तत्कालीन विधायक सुनील पांडेय का नाम सामने आया. 

सुनील उस वक्त समता पार्टी के विधायक थे और सरकार लालू यादव की पार्टी आरजेडी की थी. पांच साल तक चले ट्रायल के बाद  2008 में सुनील पांडेय समेत तीन और लोगों को इस मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. बाद में वो जेडीयू से भी विधायक बने.

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ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या में भी आया था भाई सुनील पांडेय का नाम

1 जून, 2012 को रणवीर सेना के मुखिया ब्रह्मेश्वर मुखिया की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वो टहलने जा रहे थे. इस मामले में जांच कर रही पुलिस का पहला शक सुनील पांडेय पर गया था. पटना में उनके घर पर छापा मारकर पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ़्तार किया था. इसके अलावा आरा के सिविल कोर्ट परिसर में हुए धमाके में भी सुनील पांडेय का नाम सामने आया था.

एलजेपी में हैं हुलास पांडेय

हुलास पांडेय पहले एमएलसी भी रह चुके हैं और और अभी राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी का हिस्सा हैं. वो बिहार में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और एलजेपी के संसदीय बोर्ड में भी शामिल हैं. सुनील पांडेय भी एलजेपी में रह चुके हैं और उनकी पत्नी ने भी चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.   

कितनी है संपत्ति

हुलास पांडेय के अगर संपत्ति की बात करें तो 2015 के हलफनामा के मुताबिक उनकी संपत्ति 4 करोड़ रुपये से ज्यादा है और उनपर 10 लाख रुपये का कर्ज है. हुलास पांडेय के पास दो एसयूवी स्कॉर्पियो और पजेरो है जिनकी कुल कीमत करीब 32 लाख रुपये हैं. इनके पास पटना के पॉश इलाके बोरिंग रोड में  अपना घर है जबकि आरा और बक्सर में भी कई संपत्तियां हैं. 

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