शरद पवार ने महाराष्ट्र चुनाव से ठीक पहले राजनीति से संन्यास लेने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा या कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगे और समाज सेवा और कार्यों में लगे रहेंगे. उनका मानना है कि नई पीढ़ी को आगे लाना जरूरी है.