बिहार चुनाव से पहले जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने अपनी रणनीति और बयानों से राजनीतिक चर्चाओं को तेज कर दिया है. प्रशांत किशोर ने बताया कि उन्होंने स्वयं चुनाव न लड़ने का फैसला इसलिए किया ताकि वे लगभग 40 अन्य विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार कर सकें. उन्होंने जनता के सामने दो विकल्प रखे, एक तरफ राज्य के प्रमुख डॉक्टर, वकील और शिक्षाविद, और दूसरी तरफ बालू माफिया, शराब माफिया और अपराधी. पीके ने दावा किया कि दशकों में पहली बार बिहार में त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है.