कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. राहुल ने SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को 'वोट चोरी की साजिश' बताया और चुनाव आयोग पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया. बिहार में मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर राहुल ने सीधी प्रतिक्रिया देने से परहेज किया.
राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग, चुनाव आयुक्त और बीजेपी के बीच पार्टनरशिप है. SIR वोट चुराने का संस्थागत प्रयास है. लेकिन हम बिहार में वोट चोरी नहीं होने देंगे.
प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी से बिहार के सीएम चेहरे पर सवाल किया तो चुप्पी साध गए. इसके बाद तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा, 'अच्छा चलिए हो गया, बहुत बहुत धन्यवाद.'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब पत्रकार ने राहुल गांधी से पूछा कि यात्रा में तालमेल अच्छा दिख रहा है. तेजस्वी यादव कह चुके हैं कि आप पीएम बनेंगे, अगर इंडिया ब्लॉक की सरकार बनी. लेकिन बिहार में कांग्रेस क्यों नहीं कहती कि तेजस्वी यादव सीएम फेस होंगे? इस पर राहुल ने कहा- बहुत अच्छे तरीके से पार्टनरशिप बनी है. कोई टेंशन नहीं है. म्यूचुअल रिस्पेक्ट है. एक-दूसरे की मदद हो रही है तो मजा आ रहा है. पॉलिटिकली, आइडियोलॉजिकली हम अलाइंड हैं. अच्छा नतीजा आएगा.
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वहीं, सीएम के सवाल पर राहुल गांधी की चुप्पी के बाद तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा कि अच्छा चलिए हो गया .. बहुत बहुत धन्यवाद. इस तरह तेजस्वी ने प्रेस कॉफ्रेंस खत्म करने की घोषणा कर दी.
बिहार की यात्रा को राहुल ने बताया सफल
राहुल ने बताया कि यात्रा बहुत सफल है, लोग खुद यात्रा से जुड़ रहे हैं. वोट चोरी की जो बात हमने कही, उसे बिहार के करोड़ों लोग स्वीकार कर रहे हैं. इसलिए यह भारी जनसमर्थन दिख रहा है. उन्होंने आगे कहा, चुनाव आयोग का काम सही वोटर लिस्ट देना होता है. महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक में यह काम नहीं हुआ. आपने महाराष्ट्र में चोरी की. आपने हरियाणा में चोरी की. कर्नाटक में हमने स्पष्ट रूप से दिखाया कि वोट चोरी हुए थे. लेकिन बिहार में हम ऐसा नहीं होने देंगे.
राहुल ने कहा, हमारा पूरा प्रयास चुनाव आयोग के बर्ताव को बदलने पर है. चुनाव आयोग को अपनी भूमिका निष्पक्ष रखनी चाहिए, लेकिन वह बीजेपी के साथ खड़ा है. आज तक उन सवालों का कोई जवाब नहीं मिला है. एक लाख फर्जी वोटर कहां से आए, कैसे आए, कौन थे? चुनाव आयोग ने इसका जवाब नहीं दिया. जब मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फर्जी वोटरों की बात उठाई तो चुनाव आयोग ने कहा कि राहुल गांधी हलफनामा दें, लेकिन कुछ दिनों बाद अनुराग ठाकुर ने भी ऐसी ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तब उनसे कोई हलफनामा नहीं मांगा गया. लोग भी जानते हैं कि यह चुनाव आयोग किसके साथ खड़ा है.
राहुल का कहना था कि अगर वो निष्पक्ष होता तो अनुराग ठाकुर से हलफनामा मांगा जाता तो ये निष्पक्ष नहीं है... चुनाव आयोग, चुनाव आयुक्त और बीजेपी के बीच साझेदारी है.
तेजस्वी यादव ने क्या आरोप लगाया?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने भी चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा- चुनाव आयोग अब चुनाव आयोग नहीं रह गया है, आज यह बीजेपी का एक सेल बनकर काम कर रहा है. चुनाव आयोग की साख खत्म हो गई है. लोकतंत्र बचाने, संविधान बचाने, लोगों के अस्तित्व और वोट के अधिकार को बचाने के लिए हमने यह यात्रा शुरू की है.
आरजेडी नेता यादव ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाज में नफरत फैलाने में सबसे आगे हैं. गया में उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अवैध प्रवासियों के नाम हटा रहा है, लेकिन EC ने खुद ही अपने दस्तावेज में इसे खारिज कर दिया.
रविशंकर प्रसाद ने किया पलटवार
इधर, राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी के रविशंकर प्रसाद ने भी जवाब दिया. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'अगर राहुल गांधी को वोट नहीं मिलता तो हम क्या करें. कांग्रेस नेता ने लोकसभा चुनाव में संविधान बचाने का भ्रम फैला कर वोट लिया. उसके बाद महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में क्या हुआ... सबको पता है. वे अब चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं. पेगासस मामले में क्या हुआ, सबको याद है. राहुल ने प्रधानमंत्री, चुनाव आयोग और मीडिया किसी को नहीं छोड़ा. राहुल और तेजस्वी बताएं क्या जो मर गए हैं, उन्हें वोट देना चाहिए. जो 20 साल पहले बिहार के बाहर चले गए हैं, उन्हें वोट देना चाहिए?'
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