बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पटना में आयोजित 'पंचायत आजतक-बिहार' के मंच पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने शिरकत की. उनकी पार्टी एनडीए की सदस्य है और इस बार उसके हिस्से में छह सीटें आई हैं. उन्होंने एनडीए में सीट बंटवारे से लेकर पवन सिंह के बीजेपी में शामिल होने तक तमाम सवालों के जवाब दिए.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 24 सीटों की जगह उन्हें 6 सीटें मिलीं. कुशवाहा ने स्पष्ट किया कि हर पार्टी अधिक से अधिक सीटें चाहती है, लेकिन सिर्फ चाहने से चीजें नहीं होती हैं. विमर्श से चीजें तय होती हैं. बहुत लोग लड़ना चाहते थे, लेकिन 6 पर बात तय हुई. मैंने साथियों से कहा कि गुस्सा शांत करिए, काम पर लगिए. राजनीति पार्टी में दांव-पेच चलता है. एनडीए में कुछ लोग हमारे पीछे लगे रहते हैं. लोकसभा में आपने देखा ही.
जब उनसे पूछा गया कि वो कौन लोग हैं और उन्हें आपसे क्या दिक्कत है? तो कुशवाहा ने कहा कि उनकी तरफ से कोई दिक्कत नहीं है, बल्कि यह ईर्ष्या की वजह से है. कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. उन्होंने कहा, 'मैं जितना बोल देता हूं एनडीए में, कोई और नेता इतनी बात नहीं बोलेगा. चुनाव सामने है इसलिए इस विषय को उतना ही रहने दीजिए.'
'पवन सिंह को लेकर बीजेपी के लोग मेरे पास आए थे'
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पवन सिंह के बीजेपी में शामिल होने पर उन्होंने बताया कि बीजेपी के लोग उनके पास आए और बोले कि वे पवन सिंह को पार्टी में शामिल करवाना चाहते हैं. उन्होंने बताया, 'बीजेपी के लोगों ने कहा कि पवन सिंह आपके पास आकर क्षमा मांगेंगे. हमने कहा कि क्षमा मांगने की कोई जरूरत नहीं है. मिलने आएंगे तो स्वागत है. पवन सिंह आए, बैठे, मुलाकात हुई, सभी ने तस्वीर देखी. मुझे लगता है कि लोकसभा चुनाव में जो कुछ भी हुआ उसे ध्यान में रखते हुए उन्हें लगा कि एनडीए में हम सब लोग हैं, तो लोगों के बीच यह मैसेज जाना चाहिए कि इनकी सहमति है, तब उन्हें शामिल कराएं.'
'एनडीए में 243 सीटों सभी की हैं'
कुशवाहा ने यह भी कहा कि उन्हें जो 6 सीटें मिली हैं, उनमें से 5 पिछली बार आरजेडी ने जीती थी, लेकिन वह इसे मुश्किल नहीं मानते. उन्होंने कहा, 'शाहाबाद और मगध जैसे इलाकों में एनडीए का लगभग सफाया हो गया था. एनडीए का उन इलाकों पर फोकस है. इस बार जनता एनडीए के पक्ष में है. लोग सरकार के काम से बहुत खुश हैं. उस वक्त जो परिणाम आया था उसमें मेरी भी भूमिका थी। उस वक्त हम भी एनडीए को हराना चाहते थे. शाहाबाद और मगध में कई सीटों पर हमारी पार्टी की उम्मीदवारी की वजह से एनडीए हार गया. हम खिलाफ थे. लोजपा भी बीजेपी के साथ थी और जेडीयू के साथ नहीं थी. लेकिन आज की तारीख में एनडीए में कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर लड़ रही है उसका कोई मतलब नहीं है. 243 सीटें एनडीए में मेरी भी हैं, बीजेपी की भी हैं, जेडीयू की भी हैं, सभी की हैं.'
'अंदर की बात नहीं बता सकते'
जब उनसे पूछा गया कि 6 सीटों पर मानने के लिए क्या आपसे कोई वादा किया गया है तो उन्होंने जवाब दिया, 'बात दो तरह की है. कुछ बातें अंदर की हैं जिन्हें बाहर नहीं बता सकते. कुछ बातों को बताना है. जैसे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कल ही ट्वीट किया था कि छह विधानसभा सीटों पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा की उम्मीदवारी होगी और एक विधानपरिषद का सदस्य बीजेपी के कोटे से दिया जाएगा. बाकी अंदर की बात सार्वजनिक नहीं की जा सकती.'
'हम किसी से अपनी तुलना नहीं कर सकते'
बिहार की ओबीसी राजनीति और दावेदारियों और चिराग पासवान को मिलीं 29 सीटों के सवाल पर उन्होंने कहा, 'सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए. वह रामविलास पासवान की लेगेसी को लेकर चल रहे हैं. हम इस सच को स्वीकार करते हैं कि रामविलास पासवान ने अपने समर्थन को साबित किया. हमारे समर्थक जरूर ज्यादा हैं लेकिन वो समर्थन परिणाम के रूप में नहीं दिखता है. हम उनसे तुलना नहीं कर सकते.'
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