जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनावों में बीजेपी को एक बड़ी सफलता मिली, जब देवेंद्र राणा ने नागरोटा सीट से 30,472 मतों के विशाल अंतर के साथ जीत दर्ज की. राणा पहले भी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के टिकट पर 2014 के चुनाव में विजयी रह चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की है. उनके सामने नेशनल कॉन्फ्रेंस के जोगिंदर सिंह चुनाव लड़ रहे थे, जिन्हें 17,641 वोट मिले.
देवेंद्र राणा की जीत के अलावा, कुछ अन्य बीजेपी उम्मीदवारों ने भी बड़े अंतर से चुनाव जीता. कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर ने 29,728 वोट के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी में शामिल हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व नेता सुरजीत सिंह सलाथिया ने सांबा सीट से 29,481 वोट के अंतर से जीत हासिल की.
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सबसे कम मार्जिन से जीते पीडीपी कैंडिडेट
पीडीपी के रफीक अहमद नाइक भी अपनी सीट जीतने में कामयाब हुए और उनकी सबसे कम मार्जिन की है. त्राल विधानसभा सीट से उन्होंने महज 460 वोट के अंतर से जीत दर्ज की. नाइक को 10,710 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के सुरिंदर सिंह चन्नी को 10,250 वोट हासिल हुए. एनसी के विद्रोही उम्मीदवार ने 9,778 और एआईपी के हरबक्ष सिंह ने 8,557 वोट हासिल किए.
इन उम्मीदवारों ने भी बचाई अपनी सीट
बीजेपी के किश्तवाड़ उम्मीदवार शगुन परिहार ने भी छोटी अंतर के साथ जीत दर्ज की. उन्होंने एनसी के सजाद किचलू को 521 वोट से हराया. इस चुनाव में कुछ उम्मीदवार ऐसे भी थे, जिन्होंने 1,000 वोट से कम अंतर से जीत हासिल की. पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सजाद गनी लोन ने अपने पारिवारिक गढ़ हंदवाड़ा को बचाने में कामयाब रहे, और महज 662 वोट से जीत दर्ज की.
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निर्दलीय उम्मीदवार प्यारे लाल शर्मा ने पूर्व मंत्री जीएम सरूरी को 643 वोट से हराया. इस सीट पर चार उम्मीदवार थे, जिसमें शर्मा को 14,195 वोट मिले, जबकि सरूरी ने 13,552 वोट हासिल किए. कांग्रेस के मोहम्मद जफरुल्लाह ने 12,533 और बीजेपी के तारिक हुसैन कीन ने 9,550 वोट हासिल किए. सज्जाद लोन भी अपनी हंदवाड़ा सीट बचाने में कामयाब रहे और उन्होंने 662 वोटों से जीत दर्ज की.
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