शिवराज और शिंदे से कैसे अलग है महिलाओं के लिए डायरेक्ट कैश का 'नीतीश मॉडल'? चुनाव विश्लेषकों ने बताया

बिहार सरकार की ओर से 80 लाख महिलाओं को डायरेक्ट कैश बेनिफिट दिए जाने का चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा और यह मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र से कैसे अलग है? चुनाव विश्लेषक अमिताभ तिवारी, यशवंत देशमुख और प्रदीप गुप्ता ने इस पर क्या कहा...

Advertisement
Amitabh Tiwari, Yashwant Deshmukh, Pradeep Gupta Amitabh Tiwari, Yashwant Deshmukh, Pradeep Gupta

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:38 PM IST

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का मंच सजा है. इंडिया टुडे ग्रुप के इस आयोजन के पहले दिन आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई. 'बैटल ऑफ बिहारः कौन जीत रहा है?' सत्र में एसेंडिया सट्रैटेजीज के मैनेजिंग पार्टनर और वोटवाइब के फाउंडर पार्टनर अमिताभ तिवारी, सीवोटर फाउंडेशन के संस्थापक यशवंत देशमुख और एक्सिस माई इंडिया के चेयरमैन प्रदीप गुप्ता शामिल हुए.

Advertisement

बिहार सरकार की ओर से जीविका दीदी 80 लाख महिलाओं को डायरेक्ट कैश बेनिफिट का चुनाव पर कितना प्रभाव पड़ेगा? इस पर प्रदीप गुप्ता ने कहा कि बिहार के वोटर्स को भी नहीं पता कि किसे वोट करना है. इस तरह के हालात हैं वहां. वहीं, यशवंत देशमुख ने कहा कि महिलाओं के लिए डायरेक्ट कैश बेनिफिट और महिला फैक्टर का जहां तक सवाल है,बिहार में तस्वीर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से काफी अलग है. उन्होंने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ना तो शिवराज सिंह चौहान हैं, और ना ही एकनाथ शिंदे.

यशवंत देशमुख ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान और एकनाथ शिंदे ने चुनाव से पहले एक बार कैश बेनिफिट दे दिया, लेकिन नीतीश ने इसकी शुरुआत सत्ता में आने के साथ ही कर दी थी. उन्होंने छात्राओं को साइकिल और स्कूल ड्रेस दिए जाने से लेकर अन्य योजनाओं का उल्लेख किया और कहा कि नीतीश ने जिन्हें इन योजनाओं के तहत लाभ दिए, उनमें से ज्यादातर आज मां बन चुकी हैं. उनमें से कई एंटरप्रेन्योर भी हैं. यशवंत देशमुख ने कहा कि ऐसी महिलाओं का नीतीश कुमार से इमोशनल कनेक्ट है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'जॉर्ज सोरोस जैसे विदेशियों, कुछ राजनीतिक दलों के सहयोग से हिंदुत्व के खिलाफ...', RSS नेता ने बताया चैलेंज

बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें

बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें

उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में शराबबंदी के फैसले पर भी नीतीश को महिलाओं का समर्थन है. यशवंत देशमुख ने कहा कि हर 10 में से नौ महिला शराबबंदी के फैसले के समर्थन में दिखती है. वहीं, अमिताभ तिवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में जो हुआ, वही हमें झारखंड में भी देखने को मिला. उन्होंने कहा कि बिहार में भी अगर चुनाव नतीजे एनडीए के पक्ष में जाते हैं, तो यह फॉर्मूला (महिलाओं के लिए डायरेक्ट कैश) चुनाव जीतने की रेसिपी बन जाएंगे. हमें इस पर चर्चा करनी होगी.

यह भी पढ़ें: ट्रेड डील पर मोदी सरकार के स्टैंड को RSS का समर्थन, जे नंदकुमार बोले- हम एक मजबूत देश

अमिताभ तिवारी ने महिला फैक्टर को लेकर सवाल पर कहा कि 2020 के चुनाव में बिहार की 167 विधानसभा सीटों पर महिलाओं का वोटर टर्नआउट पुरुषों से ज्यादा रहा था. इनमें से ज्यादातर सीटों पर एनडीए जीता था. उन्होंने कहा कि एनडीए ने नॉर्थ बिहार में करीब-करीब क्लीन स्वीप ही कर दिया था. इस बार भी ऐसा ही हो सकता है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement