'मैंने राम रहीम की पैरोल...', बीजेपी उम्मीदवार सुनील सांगवान ने विपक्ष पर लगाया गलतबयानी का आरोप

भारतीय जनता पार्टी के नेता सुनील सांगवान ने कहा, "बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में मेरे नाम का ऐलान होने के बाद, मेरी जीत होती देखकर विपक्ष द्वारा राम रहीम का मामला गलत रूप से पेश किया जा रहा है."

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BJP नेता सुनील सांगवान और राम रहीम (फाइल फोटो) BJP नेता सुनील सांगवान और राम रहीम (फाइल फोटो)

प्रदीप कुमार साहू

  • नई दिल्ली,
  • 06 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 2:54 PM IST

हरियाणा (Haryana) के चरखी दादरी से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुनील सांगवान ने राम रहीम मामले में पैरोल दिए जाने पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, "मैंने तीन बार राम रहीम की पैरोल रिजेक्ट करने की सिफारिश की, पैरोल देना डिविजनल कमीशनर का काम है." इसके अलावा उन्होंने कहा कि जहां तक 6 बार पैरोले देने की बात है, तो इस बारे डिविजनल कमिश्नर द्वारा संज्ञान लिया जाता है और उनके द्वारा ही पैरोल देने का प्रावधान है. जेल अधीक्षक के रूप में सामान्य प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाता है. 

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सुनील सांगवान ने कहा, "बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में मेरे नाम का ऐलान होने के बाद, मेरी जीत होती देखकर विपक्ष द्वारा राम रहीम का मामला गलत रूप से पेश किया जा रहा है." बता दें कि सुनील सांगवान रोहतक जेल के अधीक्षक रह चुके हैं. उनके पद पर रहते हुए गुरमीत राम रहीम को 6 बार पैरोल मिली थी.

बीजेपी से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मिलने के बाद पूर्व जेल अधीक्षक सुनील सांगवान, पहली बार दादरी पहुंचे. इस दौरान स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. 

विनेश फोगाट पर क्या बोले सुनील सांगवान?

पहलवान विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने और दादरी से चुनाव लड़ने की संभावना पर सुनील सांगवान ने कहा, "विनेश छोटी बहन है, सम्मान करते हैं और वो खिलाड़ी के रूप में देश की रही है, अब कांग्रेसी हो गईं. अगर वो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में आती, तो बेहतर होता."

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उन्होंने आगे कहा कि पहलवान आंदोलन कर रहे थे और आज कांग्रेस में शामिल हो गए. इसका मतलब कुछ न कुछ तो पहले से था.

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पूर्व मंत्री के बेटे हैं सुनील सांगवान

सुनील सांगवान पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के बेटे हैं और कुछ दिन पहले ही जेल विभाग से वीआरएस लेकर बीजेपी में शामिल हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी ने सुनील को दादरी से उम्मीदवार बनाया है. अपने पिता सतपाल सांगवान के दल बदलू होने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि हमेशा दादरी के विकास की सोच रही है. विकास को लेकर ही इलाके का प्रतिनिधित्व करते हुये विकास करवाया है.

बीजेपी की लिस्ट आने के बाद दिखी बगावत

बीजेपी ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी थी. इसमें 67 नामों का ऐलान किया गया था. राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को लाडवा से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि अनिल विज को अंबाला सीट से कैंडिडेट बनाया गया है. अरविंद शर्मा को गुहाना सीट से टिकट मिला है. राज्य में 5 अक्तूबर को एक ही चरण में वोटिंग होनी है और नतीजे 8 अक्तूबर को आएंगे.

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बीजेपी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद से पार्टी को अपने नेताओं की नाराजगी का सामना भी करना पड़ा रहा है. कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. ऊर्जा और जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और विधायक लक्ष्मण दास नापा समेत कई नेताओं ने टिकट कटने पर नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है.

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