विश्वविद्यालयी परीक्षा में सामूहिक नकल के आरोप में सूरत की वीरनर्मद यूनिवर्सिटी की 28 छात्राओं को जीरो नंबर के साथ 500 रुपये का जुर्माना किया गया है. इन छात्राओं ने एक ही कमरे में बैठकर एक ही पेपर दिया था. इस परीक्षा में नकल की जानकारी मिलने के बाद यूनिवर्सिटी ने सख्त कार्रवाई की है.
ये छात्राएं एक ही कमरे में बैठकर इम्तिहान दे रही थीं. दरअसल इम्तिहान में मास कॉपी केस का मामला सामने आने पर युनिवर्सिटी के जरिए सख्त कार्यवाही की गई है. इस मामले में पकड़ी गई 28 छात्राओं को जिस विषय का पेपर था, ऐसे अंग्रेज के विषय में जीरो मार्क और 500 रुपये का जुर्माना किया गया.
सूरत की विश्व भारती कॉलेज में मास कॉपी केस में पकडी गई 28 छात्राओं पर यूनिवर्सिटी ने सख्त कार्यवाही की, ताकि दूसरे छात्र इम्तिहान में कॉपी ना करें. इसलिए सभी छात्राओं को जीरो मार्कस् भी दिया गया.
बता दें कि वीरनर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी के तहत सूरत के कामरेज विश्व भारती कॉलेज में 6 अप्रैल को अग्रेंजी विषय की परीक्षा थी. परीक्षा के दौरान छात्राओं के जरिए मास कॉपी करने की जानकारी यूनिवर्सिटी को मिली थी. जिस के बाद यूनिवर्सिटी ने स्पेशल स्क्वॉड की टीम को यहां भेजा था जिसमें एक एग्जाम रूम से 10 छात्राओं के पास से माईक्रो जिरॉक्स और हाथों से पेपर में लिखी हुई कुछ पर्चियां भी बरामद हुई थी. क्लास की दूसरी छात्राओं के जरिए इम्तिहान में कॉपी करने की बात सामने आई. साथ ही जो जवाब छात्राओं ने पेपर में लिखे थे, वो सभी एक जैसे थे. जिसे स्पेशियल स्क्वॉड की टीम को प्राइमरी लेवल पर मास कॉपी केस का मामला लगा. साथ ही कॉलेज का सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला गया तो मासकॉपी केस पाया गया.
इसी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यूनिवर्सिटी की और से 28 छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई की गई. सभी 28 छात्राओं को जीरो मार्क्स दिए गए और 500 रुपये का जुर्माना और 3 साल के लिए सस्पेन्ड किया गया.
गोपी घांघर