क्या होता है UCC? जानिए दुनिया के किन देशों में लागू है यूनिफॉर्म सिविल कोड

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी देश में इतिहास दर्ज करने वाले हैं, उन्होंने आज विधानसभा सदन में यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल पेश किया है. अगर यह बिल कानून बन जाता है तो उत्तराखंड आजादी के बाद देश का ऐसा पहला राज्य होगा जिसके पास यूसीसी कोड होगा.

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Uniform Civil Code Uniform Civil Code

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 06 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:18 PM IST

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज यूनिफॉर्म सिविल कोड को विधानसभा सदन में पेश कर दिया है. इस बिल को लेकर सदन में काफी हंगामा भी हुआ है. अगर यह बिल पास हुआ तो उत्तराखंड देश में यूसीसी लागू करने वाला आजादी के बाद पहला राज्य बन जाएगा. इसी बीच आइए जानते हैं कि यूसीसी (Uniform Civil Code) होता क्या है, इससे क्या बदलेगा और भारत के अलावा किन देशों में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू है.

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क्या होता है यूनिफॉर्म सिविल कोड?

यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का मतलब है कि देश में रहने वाले सभी नागरिकों (हर धर्म, जाति, लिंग के लोग) के लिए एक ही कानून होना. अगर किसी राज्य में सिविल कोड लागू होता है तो विवाह, तलाक, बच्चा गोद लेना और संपत्ति के बंटवारे जैसे तमाम विषयों में हर नागरिकों के लिए एक से कानून होगा. संविधान के चौथे भाग में राज्य के नीति निदेशक तत्व का विस्तृत ब्यौरा है जिसके अनुच्छेद 44 में कहा गया है कि सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता लागू करना सरकार का दायित्व है.

यूसीसी लागू करने वाला गोवा एक मात्र राज्य

भारतीय संविधान में गोवा को विशेष राज्य का दर्जा मिला हुआ है. साथ ही संसद ने कानून बनाकर गोवा को पुर्तगाली सिविल कोड लागू करने का अधिकार दिया था. इसलिए गोवा एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सिविल लोड लागू है और यह बिल पेश होने के बाद उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य बन जाएगा, जहां आजादी के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होगा. 

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किन देशों में पूर्ण रूप से लागू है यूनिफॉर्म सिविल कोड

किसी भी देश ने समान नागरिक संहिता को पूरी तरह से लागू नहीं किया है जो उसके नागरिकों के सभी व्यक्तिगत मामलों को कवर करता है. हालांकि, फ्रांस, अमेरिका, तुर्की जैसे कुछ देशों में यूनिफॉर्म सिविल कोड पूरी तरह से सभी नागरिकों पर लागू होता है, चाहे उनका धर्म या विश्वास कुछ भी हो. भारत के अलावा भी ऐसे कई अन्य देश हैं जहां नागरिकों के हित में सिविल कोर्ड या इसके जैसे कानून बने हुए हैं. आइए उनके बार में जानते हैं 

Rome: नागरिक कानून के सिद्धांत रोम में ही जन्मे हैं. यहां के लोगों द्वारा एक कोड बनाया गया था जिसमें नागरिकों के सिद्धांतों की बात कही गई थी. इस कोड में यह शामिल था कि कानूनी मुद्दों पर फैसला कैसे लिया जाएगा. रोम में इसे 'जूस सिविले' कहा करते हैं. हालांकि समय के साथ-साथ रोम के इस सिविल कोड में काफी बदलाव भी किए गए हैं.

America: अमेरिका में यूनिफॉर्म सिविल कोड का काफी महत्व है. यह कोड यहां के हर नागरिक पर लागू होता है लेकिन यहां कानून की कई परतें हैं, जो देश, राज्य और काउंटी, एजेंसियों और शहरों में अलग-अलग लागू होती हैं. यहां सुप्रीम कोर्ट के अलावा हर राज्य के पास खुदके लीगल इंस्टीट्यूशन हैं. यहां सुरक्षा, कराधान, सामान्य कानूनी के मुद्दे संघीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा देखे और सुलझाए जाते हैं.

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France: फ्रांस में भी यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होता है. 1804 में यहां सबसे पहले नेपोलियन सिविल कोड लागू किया गया था, फ्रांस में इसे नेपोलियन कोड भी कहा जाता है. इसने संपत्ति, वस्तुओं, सूदखोरी, सुखभोग, उत्तराधिकार, वसीयत, उपहार, अनुबंध और अर्ध-अनुबंधों के एक विशाल क्षेत्र को अपने में समाहित कर लिया. फ्रांसीसी कोड ने विशेषाधिकार और समानता, रीति-रिवाजों और कानूनी आवश्यकताओं के बीच संतुलन स्थापित किया. समय-समय पर इस कोड में भी कई बदलाव किए गए है. यह कोड 36 कानूनों और 2,281 अनुच्छेदों से बना है, जो कि लोग, सामान और संपत्ति, तीन भागों में विभाजित है.

Turkey: तुर्की में यूनिफॉर्म सिविल कोड बनाने के लिए तुर्की संसद ने यूरोपीय देशों के नागरिक संहिताओं की तुलना करने के लिए एक समिति का गठन किया था. ऑस्ट्रियाई, जर्मन, फ़्रेंच और स्विस जैसे देशों की नागरिक संहिता की जांच की गई थी. जिसके बाद 25 दिसंबर 1925 को आयोग ने तुर्की नागरिक संहिता के मॉडल को स्विस नागरिक संहिता जैसे बनाने का फैसला लिया था. इसके बाद 17 फरवरी 1926 को तुर्की नागरिक संहिता अधिनियमित की गई थी.

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