उत्तराखंड में छात्र आंदोलन का आज पहला दिन है. इस बीच यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में पहली कार्रवाई की गई है. सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी को निलंबित कर दिया गया. जानकारी के अनुसार, 21 सितंबर की परीक्षा का पेपर परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद व्हाट्सएप पर लीक हो गया था.
बता दें कि तिवारी हरिद्वार क्षेत्र में परीक्षा सुरक्षा एवं प्रबंधन के प्रभारी थे. इसके अलावा मुख्य आरोपी खालिद सहित अब तक दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. एएसपी जया बलूनी के नेतृत्व में एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय न्यायाधीश (नाम का खुलासा अभी नहीं किया गया है) की निगरानी में पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
अपनी मांगो पर अड़े हैं छात्र
UKSSSC के पेपर लीक मामले को लेकर देहरादून देहरादून, पौड़ी, चंपावत और चमोली में छात्रों आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन का आज चौथा दिन है. छात्रों की मांग है कि पेपर लीक माफियाओं को पकड़ा जाए और परीक्षा ट्रांसपेरेंसी के साथ दोबारा आयोजित कराई जाए. इस मामले की जब पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि खालिद नामक कैंडिडेट ने चार अलग-अलग केंद्रों से आवेदन किए थे, जबकि नियम के अनुसार किसी भी उम्मीदवार को सिर्फ एक केंद्र से ही आवेदन करने की अनुमति है.
खालिद के ऊपर यह आरोप भी है कि उसकी बहन साबिया ने टिहरी स्थित एक सहायक प्रोफेसर को पेपर भेजा, जहां से समाधान तैयार कर खालिद तक पहुंचाए गए. जांचकर्ताओं के अनुसार, परीक्षा में एक अभ्यर्थी के रूप में शामिल खालिद, हरिद्वार के पथरी स्थित बहादुरपुर जट गांव स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज के परीक्षा केंद्र के अंदर कथित तौर पर एक उपकरण लेकर आया था. उस पर स्नातक स्तर के प्रश्नपत्र के तीन पन्नों की तस्वीरें लेने और उन्हें अपने मोबाइल फ़ोन पर भेजने का आरोप है, जो उसकी बहन सबिया के पास था. 21 सितंबर, 2025 को परीक्षा शुरू होने के तुरंत बाद इन पन्नों के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
अंकित शर्मा