एडमिट कार्ड जारी कर एग्जाम कराना भूल गई यूनिवर्सिटी? छात्रों के प्रदर्शन के बाद दी ये सफाई

छात्रों का कहना है कि मंगलवार 5 मार्च से होने वाली परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी किए गए थे. जब छात्र मंगलवार सुबह यूनिवर्सिटी पहुंचे तो उन्हें बताया कि कोई परीक्षा नहीं होगी और यूनिवर्सिटी ने क्वेश्चन पेपर भी तैयार नहीं किए हैं.

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सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई) सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)

धीरज शाह

  • जबलपुर,
  • 06 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 2:11 PM IST

अकसर आपने किसी स्टूडेंट को अपनी परीक्षा की तारीख भूलते हुए सुना-देखा होगा. लेकिन हाल ही में एक यूनिवर्सिटी के ही एग्जाम डेट भूलने का मामला सामने आया है. यूनिवर्सिटी ने कुछ दिन पहले एग्जाम शेड्यूल जारी किया था, एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड भी जारी किए लेकिन जब स्टूडेंट्स एग्जाम देने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि यूनिवर्सिटी एग्जाम कराना ही भूल गई. न तो एग्जाम की तैयारी थी और न ही क्वेश्चन पेपर तैयार था.

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डेटशीट के बाद बांटे थे एडमिट कार्ड, लेकिन एग्जाम नहीं हुआ

दरअसल, यह मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर में रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी का है. यूनिवर्सिटी ने करीब 20 दिन पहले एमएससी कंप्यूटर साइंस फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा का शेड्यूल जारी किया था. इसके बाद स्टूडेंट्स का एडमिट कार्ड भी जारी किया गया. परीक्षा 05 मार्च को आयोजित होनी थी लेकिन जब स्टूडेंट्स एग्जाम देने पहुंचे तो यूनिवर्सिटी ने एग्जाम कराने की कोई तैयारी नहीं की थी.

05 मार्च को एडमिट कार्ड लेकर पहुंचे थे छात्र

एनएसयूआई अध्यक्ष जबलपुर सचिन रजक का कहना है कि जबलपुर जिले और बाहर से परीक्षा देने आए छात्र मायूस होकर बिना परीक्षा दिए ही अपने घर लौट गए. इस गफलत की जानकारी लगने पर एनएसयूआई के कार्यकर्ता आंखों में काली पट्टी बांधकर कुलपति की बैठक में घुस गए. इस दौरान हंगामा करते हुए उन्होंने मांग की कि जो भी दोषी अधिकारी-कर्मचारी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.

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एनएसयूआई संगठन के नेता सचिन रजन के कहा एचटी को बताया, 'यह यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवाही का एक गंभीर मामला है. वे परीक्षा आयोजित करने के लिए जरूरी डेटशीट और अन्य जरूरी व्यवस्थाओं को कैसे भूल सकते हैं. छात्रों ने परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की है, यह किसी छोटे स्कूल या कॉलेज का नहीं बल्कि एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय का मामला है.'

अब 7 मार्च से होगी परीक्षा

मामले को गरमाता देख आनन-फानन में कुलपति ने स्ट्रांग रुम प्रभारी और परीक्षा कड़ंक्ट करने वाले दो अधिकारीयों से तीन दिन में जवाब मांगा है. कुलसचिव डॉ दीपेश मिश्रा ने माना कि परीक्षा को लेकर लापरवाही बरती गई है. जांच कमेटी गठित की गई है. अभी स्ट्रांग रुम प्रभारी सहित दो कर्मचारियों से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है. उचित जवाब न मिलने पर कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि एमएससी कम्प्यूटर साइंस फर्स्ट सेमेस्टर का नया टाइम टेबल जारी कर दिया गया है. अब 7 मार्च से 15 मार्च तक पेपर होंगे.

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