हरियाणा में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को कम करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने आजतक को दिए खास इंटरव्यू में कहा है कि हरियाणा में स्कूलों को यह निर्देश दिया गया है कि प्रतिबंधित किया गया है कि वे छात्रों को पाठ्यपुस्तकें, स्टेशनरी, स्कूल यूनिफॉर्म और संबंधित सामग्री किसी विशेष दुकान से खरीदने के लिए मजबूर ना करें. इसके साथ ही उन्होंने अपने इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बात की है.
बार-बार स्कूल यूनिफॉर्म नहीं बदल सकते
स्कूलों की ओर से बार-बार यूनिफॉर्म बदले जाने को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा, 'हरियाणा स्कूल शिक्षा नियम 2003 के अनुसार, छात्र और उनके अभिभावक किसी एक विशेष दुकान से यह सामग्री खरीदने के लिए बाध्य नहीं हैं और शिक्षा विभाग ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं. इसके अतिरिक्त, स्कूल यूनिफॉर्म को पांच लगातार सत्रों से पहले बदला नहीं जा सकता.'
साथ ही उन्होंने कहा कि किताबों को लेकर कुछ शिकायतें आई थीं. अभिभावकों को एक खास विक्रेता से किताबें खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा था और हर दो साल में यूनिफॉर्म बदली जा रही थी. लेकिन मैंने नियम देखे हैं. उन्होंने बताया, 'उप-नियम 7 के अनुसार,यूनिफॉर्म पांच साल से पहले नहीं बदली जा सकती. अगर कोई नहीं मानता, तो हम उसका लाइसेंस रद्द कर सकते हैं. अभिभावकों पर दबाव न बनाया जाए — हमने इस पर कड़े कदम उठाए हैं.'
प्राइवेट स्कूलों की फीस पर जल्द होगा कंट्रोल
प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोतरी के मामले में महिपाल ढांडा ने कहा, 'हमारे पास फीस कमेटी है. प्राइवेट स्कूलों की फीस पर भी जल्द नियंत्रण के उपाय किए जाएंगे. एक कमेटी बनाई जा रही है ताकि संतुलन बना रहे. हमारे पास 1400 सीटें हैं, लेकिन आवेदन 18,000 आए हैं. मेरी सिफारिश से भी एडमिशन पक्का नहीं होता — हरियाणा के स्कूलों में गुणवत्ता है.
साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब 40,000 प्रोजेक्टर खरीद रहा है और कह रहा है कि वह 40 लाख के हैं — गुणवत्ता कहां है? हमारे यहां पिछले साल की तुलना में एडमिशन बढ़े हैं. आलोचना होती थी कि किताबें समय पर नहीं मिलतीं — अब हमने 94% किताबों के सेट 21 अप्रैल तक भेज दिए हैं. पहले 6-7 महीने तक किताबें नहीं पहुंचती थीं, अब समय पर मिल रही हैं. अगर 2-3% किताबें बच भी गई हों, तो भी कांग्रेस राजनीति करेगी.'
'सेलेबस में जुड़ेंगी विदेशी भाषा'
बुनियादी ढांचे को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा, 'मैं खेल मैदान और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दे रहा हूं. पहले आलोचना होती थी कि पानी और शौचालय की सुविधा नहीं थी. हम AI मॉडल भी ला रहे हैं. हम MOU कर रहे हैं कि एक विदेशी भाषा को सेलेबस में जोड़ा जाएगा,वह देश हमारे शिक्षकों को ट्रेन करेगा. अगर हमारे छात्रों को दूसरी भाषा आती है तो यह अच्छी बात है. मेरी खुद की अंग्रेजी अच्छी नहीं है. मेरे लिए तो काम नहीं आई, लेकिन दूसरी भाषा आना फायदेमंद होता है.
प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को लेकर किए जा रहे कामों की जानकारी देने के साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी का एक ही प्रमुख है-मोहनलाल बड़ोली. मैं मंत्री हूं और मेरे पास बहुत काम है. यह संगठन का निर्णय है.
वहीं, उन्होंने कांग्रेस को लेकर कहा कि कांग्रेस ने जनता को धोखा दिया है, इस देश को लूटा है. हरियाणा में ऐसा कोई विभाग नहीं छोड़ा जहां घोटाला न किया हो. हमने उनके खिलाफ प्रदर्शन किए हैं. कांग्रेस नेताओं ने अपने ही लोगों पर केस दर्ज करवाए, अगर हम कार्रवाई नहीं करेंगे, तो जनता नाराज होगी. ED और CBI केस देख रही हैं, कांग्रेस के वक्त ये एजेंसियां कुछ नहीं करती थीं. मोदी जी ने एजेंसियों को स्वतंत्रता दी है.
कमलजीत संधू