NEET Paper Leak: EOU का अहम खुलासा- कई एग्जाम सेंटर्स पर फेल हो गया था बुकलेट बॉक्स का डिजिटल लॉक 

NEET Paper Leak case: परीक्षा शुरू होने के पहले तय समय पर बुकलेट बॉक्स के डिजिटल लॉक खुद खुलने थे, लेकिन एनटीए का डिजिटल लॉक फेल हो गया. काफी समय बाद भी जब बॉक्स नहीं खुला तो मैनुअल तरीके से बुकलेट बॉक्स खोले गए.

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शशि भूषण कुमार

  • पटना,
  • 23 जून 2024,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST

NEET पेपर लीक को लेकर एक और अहम खुलासा हुआ है. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की जांच में महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने परीक्षा केंद्र पर जो बुकलेट बॉक्स भेजे गए थे उनमें डिजिटल लॉक लगा था. परीक्षा शुरू होने के पहले तय समय पर बुकलेट बॉक्स के डिजिटल लॉक खुद खुलने थे, लेकिन एनटीए का डिजिटल लॉक फेल हो गया. काफी समय बाद भी जब बॉक्स नहीं खुला तो मैनुअल तरीके से बुकलेट बॉक्स खोले गए.

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दरअसल, 5 मई को कई एग्जाम सेंटर्स पर नीट परीक्षार्थियों को देरी से पेपर बांटे गए थे. एनटीए ने बताया था कि देरी से पेपर देने की वजह से कंपनसेशन के तौर पर 1563 परीक्षर्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे. ग्रेस मार्क्स की वजह से नीट के इतिहास में पहली बार टॉपर्स छात्रों की संख्या 67 पहुंच गई. EOU की जांच में अब बुकलेट बॉक्स देरी से खुलने की बात सामने आई है.

हालांकि इससे पहले हरियाणा के बहादुरगढ़ के तीन एग्जाम सेंटर पर देरी की वजह से आनन-फानन में दो पेपर बांटे जाने की बात सामने आई थी. बहादुरगढ़ के विजया स्कूल, एसआर सेंचुरी स्कूल और नजफगढ़ रोड स्थित हरदयाल स्कूल में अभ्यर्थियों को दो पेपर बंटे थे. स्कूल मैनेजमेंट का कहना था कि दो पेपर बंटने के बाद एक वापस ले लिया गया था. परीक्षार्थियों को 30 मिनट का अतिरिक्त समय भी दिया गया था, ग्रेस मार्क्स एनटीए ने दिए हैं. खास बात यह है इन केंद्रों में से सिर्फ हरदयाल स्कूल में पेपर देने वालों को ग्रेस मार्क्स दिए गए.

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जानकारी मिली थी कि झज्जर रोड स्थित विजया स्कूल (परीक्षा केंद्र) में 1.15 पर एक बॉक्स खुला और तीन बॉक्स नहीं खुले. सुपरीटेंडेंट ने एनटीए को इसकी सूचना दी तो उन्होंने बॉक्स को मैनुअली खोलने का निर्देश दिया. इस असमंजस में पेपर के दोनों सेट बाट दिए गए थे.

बता दें कि प्रक्रिया के मुताबिक मैनुअल अनबॉक्सिंग के लिए 2 लॉक थे, पहले का एक्सेस NTA के सेंटर ऑब्जर्वर के पास और दूसरे का एक्सेस सेंसर सुप्रीटेंडेंट के पास था. बुकलेट अनबॉक्सिग की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग NTA की तरफ से कराई जाती है. अब सवाल यह उठता है कि नीट पेपर सेट के डिजिटल बॉक्स समय पर क्यों नहीं खुले?

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CBI को सौंपी नीट की जांच
22 जून को बिहार की इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (EOU) की टीम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को अपनी 21 जून तक की जांच रिपोर्ट सौंप दी है. इसके बाद मंत्रालय ने एनटीए के डायरेक्टर जनरल  सुबोध कुमार सिंह को हटाकर उनकी जगह अब रिटायर्ड IAS प्रदीप सिंह खरोला को NTA का महानिदेशक बनाया गया है.

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