केंद्र सरकार ने जामिया को दी मेडिकल कॉलेज बनाने की परमिशन, अब मिडिल ईस्ट में कैंपस खोलने का लक्ष्य

जामिया विश्वविद्यालय के शताब्दिक कन्वोकेशन के अवसर पर वीसी प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कहा कि हमारे पास डेंटिस्ट्री, फिजियोथेरेपी, फर्स्ट एड हेल्थ सेंटर हैं, लेकिन जामिया में एक मेडिकल कॉलेज नहीं था. अब मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि जामिया को कैंपस में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की अनुमति दी गई है.

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जामिया मिलिया इस्लामिया के शताब्दिक दीक्षांत समारोह के दौरान की एक तस्वीर जामिया मिलिया इस्लामिया के शताब्दिक दीक्षांत समारोह के दौरान की एक तस्वीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST

जामिया मिलिया इसलामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में ने छात्रों को बड़ी खुशखबरी दी है. जामिया की वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर ने घोषणा की है कि केंद्र सरकार ने उन्हें मेडिकल कॉलेज शुरू करने की परमिशन दे दी है. कुछ ही दिनों में मेडिकल कॉलेज का सपना पूरा होगा. जामिया वीसी ने शैक्षणिक वर्ष 2019 और 2020 में पास हुए छात्रों के लिए 23 जुलाई को आयोजित शताब्दी दीक्षांत समारोह में इसकी जानकारी दी.

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जामिया में मेडिकल कॉलेज की परमिशन मिली: वीसी
जामिया विश्वविद्यालय के शताब्दिक कन्वोकेशन के अवसर पर वीसी प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कहा कि हमारे पास डेंटिस्ट्री, फिजियोथेरेपी, फर्स्ट एड हेल्थ सेंटर हैं, लेकिन जामिया में एक मेडिकल कॉलेज नहीं है. एक वीसी के रूप में, मैंने हमेशा अपने छात्रों और फैकल्टी की ओर से एक मेडिकल कॉलेज के लिए अनुरोध किया है. हमने इसके लिए भारत सरकार से अनुरोध किया, और अब मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि जामिया को कैंपस में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की अनुमति दी गई है.

अब मिडिल ईस्ट में कैंपस खोलने का लक्ष्य
जामिया की वीसी ने यह भी घोषणा की कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय जल्द ही मिडिल ईस्ट में एक इंटरनेशनल कैंपस खोलने का लक्ष्य बना रहा है. वीसी ने यह भी बताया कि कैसे जेएमआई ने लगातार दूसरे वर्ष NIRF रैंकिंग में टॉप 3 संस्थानों में रैंक हासिल की है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, जामिया ने अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में भी स्थान हासिल किया है.

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12,500 से ज्यादा छात्रों को डिग्री-डिप्लोमा से किया सम्मानित
जामिया मिलिया इस्लामिया के शताब्दिक कन्वोकेशन के अवसर पर विज्ञान भवन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, MP जावेद अली खान और सांसद कुंवर दानिश अली मौजूद रहे. दीक्षांत समारोह के दौरान, 2019 और 2020 में स्नातक करने वाले स्वर्ण पदक विजेताओं सहित 12,500 से अधिक छात्रों को डिग्री और डिप्लोमा से सम्मानित किया गया.

जाकिर हुसैन को याद करते हुए शिक्षा मंत्री ने कही ये बात
जेएमाई के दीक्षांत समारोह में भारत के पूर्व राष्ट्रपति (1967-69) जाकिर हुसैन के एक बयान का हवाला देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, 'शिक्षा हमारे लोकतांत्रिक जीवन की सांस है. शिक्षा को जीवन की मुख्य सूचनात्मक शक्ति के रूप में देखें. यह शिक्षा है जो हमें भविष्य की एक सामान्य दृष्टि दे सकती है और हमारे अंदर बौद्धिक और नैतिक ऊर्जा पैदा कर सकती है. शिक्षा ही पुराने मूल्यों को संरक्षित कर सकती है.' उन्होंने कहा 'जाकिर हुसैन हमेशा कहते थे कि शिक्षा हमें यह दृष्टि देती है कि कौन से पुराने मूल्यों को अपनाना सही है और किन्हें छोड़ना है. शिक्षा ही भविष्य के लिए प्रयास करने वालों को नए मूल्य दे सकती है.' 

उन्होंने आगे कहा 'जामिया की स्थापना हमारी आजादी के आंदोलन को आगे ले जाने के लिए की गई थी. हमारी आजादी के 75 साल पूरे हो चुके हैं और जामिया के नेतृत्व का इसमें बहुत बड़ा योगदान है. मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि देश के 'अमृत काल' के अगले 25 वर्षों में जामिया बौद्धिक नेतृत्व प्रदान करने में पहले स्थान रहेगा.'

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