Teachers Day 2023: 05 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस? पढे़ं इसके पीछे की कहानी

Teachers Day 2023: गुरु यानी अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाने वाला. बच्चे को नैतिकता, ईमानदारी, दया और नम्रता के रास्ते पर स्थापित करने की जिम्मेदारी शिक्षकों को दी जाती है क्योंकि उनके जैसा कोई और बच्चों को प्रभावित नहीं कर सकता.

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हैप्पी टीचर्स डे (सांकेतिक तस्वीर) हैप्पी टीचर्स डे (सांकेतिक तस्वीर)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:05 AM IST

Teachers Day 2023: अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाने वाले गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है. हमारे जीवन में गुरु का बड़ा महत्व है. भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाया जाता है. यह देश के पहले उपराष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति, विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न से सम्मानित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जिनका जन्म 05 सितंबर 1888 को हुआ था.

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शिक्षक दिवस पर देश में शिक्षकों के अद्वितीय योगदान को प्रोत्साहित और उन सभी शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के माध्यम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है. 

पहली बार कब मनाया गया था शिक्षक दिवस?
दरअसल, डॉ. एस राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को हुआ था. सन 1962 में जब डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला, तो उनके छात्र 5 सितंबर को एक विशेष दिन के रूप में मनाने की अनुमति मांगने के लिए उनके पास पहुंचे. इसके बजाय, उन्होंने समाज में शिक्षकों के अमूल्य योगदान को स्वीकार करने के लिए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया. डॉ. राधाकृष्णन ने एक बार कहा था कि "शिक्षकों को देश में सर्वश्रेष्ठ दिमाग वाला होना चाहिए." 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.

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शिक्षक दिवस का महत्व
5 सितंबर को स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. छात्र अपने प्रिय शिक्षकों के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करने के लिए प्रदर्शन, नृत्य और विस्तृत शो जैसी विभिन्न गतिविधियां आयोजित करते हैं. यहां तक कि उन लोगों के लिए भी जो अब स्कूल या कॉलेज में नहीं हैं, शिक्षक दिवस अपने गुरुओं के प्रति आभार व्यक्त करने और शिक्षकों के उनके जीवन पर पड़े गहरे प्रभाव को स्वीकार करने का एक उत्कृष्ट अवसर है. शिक्षक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की नींव हैं और अक्सर अपने छात्रों की सफलता पर गर्व करते हैं.

बता दें कि इस साल 5 सितंबर 2023 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में 75 चयनित पुरस्कार विजेताओं को 'राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2023' से सम्मानित किया जाएगा. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President of India Draupadi Murmu) शिक्षकों को पुरस्कृत करेंगी. इनमें 50 स्कूली शिक्षक, उच्च शिक्षा के 13 शिक्षक और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के 12 शिक्षक शामिल हैं.

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