गर्मियों का मौसम आने के साथ ही मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है. गर्मियों में लोग अक्सर मच्छरों से परेशान रहते हैं. मच्छरों के काटने पर होने वाली खुजली लोगों को बहुत परेशान करती है. वहीं, जहां मच्छर काटता है, उसके आस-पास की स्किन फूल जाती है. क्या आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है. आइए जानते हैं मॉस्किटो बाइट के पीछे का साइंस.
...तो इसलिए फूलती है स्किन
जब हमें मच्छर काटता है तो इम्यून सिस्टम हमें बचाने के लिए सक्रिय हो जाता है. इसी के कारण हमारी स्किन फूलती है. दरअसल, हमारी स्किन हमारी बॉडी को किसी भी बाहरी खतरे जैसे बैक्टीरिया, वायरस से बचाने का काम करती है. जब हमें मच्छर काटता है तो वो स्किन को ब्रेक कर देता है. मच्छर की लार जब हमारी बॉडी में पहुंचती है, बॉडी उसे बाहरी पदार्थ के रूप में पहचान लेती है और तुरंत हमारा इम्यून सिस्टम एक्टिव हो जाता है ताकि बाहरी पदार्थ से हमें नुकसान न हो.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब हमें मच्छर काटता है और हमारा इम्यून सिस्टम एक्टिव होता है. जहां मच्छर काटता है वहां इम्यून सिस्टम पर एक खास तरह का केमिकल हिस्टामाइन ( Histamine) भेजता है. हिस्टामाइन हमारी बॉडी को प्रोटेक्ट करने में मदद करता है.
कैसे काम करता है हिस्टामाइन?
हिस्टेमाइन डंक वाली जगह पर ब्लड फ्लो और व्हाइट ब्लड सेल्स बढ़ा देता है. इसी वजह से हमें उस हिस्से में खुजली होती है और यही वजह है कि हमारी स्किन फूल जाती है. बता दें, व्हाइड ब्लड सेल्स शरीर को किसी भी पैथोजेन्स, माइक्रोब्स और बाहरी पदार्थ से बॉडी को लड़ने में मदद करते हैं.
क्यों काटते हैं मच्छर?
मच्छर इंसान का खून पीने के लिए उन्हें काटते हैं. इंसानी खून में मिलने वाले निहित पोषक तत्व मादा मच्छरों को प्रजनन के लिए आवश्यक अंडे बनाने में मदद करते हैं. बता दें, केवल मादा मच्छर ही इंसानों को काटती है.
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