भारतीय रेलवे में जब भी कोई वैकेंसी आती है तो उसमें बड़ी संख्या में लोग अप्लाई करते हैं. कहा जाता है कि रेलवे की नौकरी सबसे ज्यादा डिमांडिंग जॉब है और हर कोई चाहता है कि उसकी रेलवे में नौकरी लग जाए. हाल ही में 64,197 पदों की भर्ती के लिए 1.87 करोड़ लोगों ने अप्लाई किया था. ऐसे में जानते हैं कि आखिर रेलवे की नौकरी को इतना पसंद क्यों किया जाता है और रेलवे में जॉब लगने के बाद क्या क्या सुविधाएं मिलती हैं...
रेल मंत्रालय का कहना है कि पिछले 4-5 सालों में कई कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति आयु पार करने और नेटवर्क के विस्तार और आधुनिकरण के कारण कई नए पद शुरू किए गए हैं.
कौन से पदों पर चल रही है नियुक्ति प्रक्रिया?
मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, 1 लाख 8 हजार पदों के लिए नियुक्ति अभी जारी है, जिसमें से 92,116 वैकेंसियों के लिए 2024 में 10 मुख्य पदों के लिए सेंट्रलाइज्ड एम्प्लॉयमेंट नोटिफिकेशन के जरिए अधिसूचना जारी की जा चुकी है. इन पदों में सहायक लोको पायलट, टेक्नीशियन, रेलवे पुलिस फोर्स, जूनियर इंजीनियर, पैरामेडिकल स्टाफ और नॉन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) यानी टिकट कलेक्टर, जूनियर क्लर्क, सहायक स्टेशन मास्टर आदि शामिल हैं.
दस साल में हुई एक नई लाख भर्तियां
2004 से 2014 के बीच, भारतीय रेलवे ने 4.11 लाख अभ्यार्थियों को भर्ती किया. 2014 से 2025 तक, ये आंकड़ा बढ़कर 5.08 लाख हो गया.
2024 में प्रति पद कितने आवेदन आए?
2024 में आरपीएफ कॉंस्टेबल के लिए एक पद पर 1,076 अभ्यार्थियों ने आवेदन किया. वहीं, एनटीपीसी की ग्रेजुएट कैटेगरी में एक पद पर 720 आवेदन आए. टेक्नीशियन पद पर प्रति वेकेंसी 189 और सहायक लोको पायलट पद पर 98 आवेदन हुए.
अभी तक क्या हुआ?
मंत्रालय का कहना है कि 2024 में हुई पहले और दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित हो चुका है. वहीं 9,000 टेक्नीशियनों को चयनित किया गया है.
इस साल क्या है भर्ती की स्थिति?
भारतीय रेलवे 2025 के लिए सहायक लोको पायलट और टेक्नीशियन के पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी कर चुका है. मार्च 2025 तक सहायक लोको पायलट के लिए 9,970 वेकेंसियां निकली हैं. वहीं, जून 2025 तक टेक्नीशियन पद के लिए 6,238 वैकेंसियां निकली हैं.
लोगों को क्यों भा रही है रेलवे की नौकरी?
प्राइवेट नौकरियों के चलन के बावजूद भारतीय रेलवे में नौकरी पाने के लिए लोग इसलिए इच्छुक हैं क्योंकि यहां काम करने के कई फायदे हैं.
1. मंदी के दौरान भी नौकरी सुरक्षित रहती है. ना तो रेलवे कार्यकर्ताओं के वेतन में कटौती होती है और ना उन्हें नौकरी छूट जाने का डर रहता है. यहां आपकी नौकरी लगभग पर्मानेंट है.
2. कर्मचारियों और उनके परिवारों को देश के किसी भी कोने की रेल यात्रा के लिए मुफ्त पास मिलते हैं.
3. अगर आप एक खिलाड़ी हैं तो आपको खेल कोटे का फायदा और प्रशिक्षण की सुविधा मिलती है. रेलवे की टीमें क्रिकेट, हॉकी, बैडमिंटन और अन्य विभिन्न खेलों टूर्नामेंट में हिस्सा लेती हैं. आप अपने प्रशिक्षण के लिए रेलवे सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं.
4. भारतीय रेलवे न केवल संगठन के भीतर कर्मचारियों के प्रशिक्षण में निवेश करता है, बल्कि रेलवे के खर्च पर उच्च शिक्षा के लिए विस्तारित अध्ययन अवकाश भी प्रदान करता है. इसके अलावा सभी स्तरों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण पर भी भेजता है. हर साल 3.2 लाख से अधिक स्टाफ सदस्य और 7500 से अधिक अधिकारी प्रशिक्षण लेते हैं.
5. अगर किसी रेल कर्मचारी की सेवा के दौरान मौत हो जाए, तो उसके किसी आश्रित परिजन को वो नौकरी मिल जाती है. परिवार में वित्तीय सुरक्षा बनी रहती है.
6. इसके अलावा कर्मचारी और उसके परिवार को रेलवे अस्पतालों में उच्च स्तरीय मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है, जरूरत पड़ने पर रेलवे खुद भी उनके इलाज का खर्च उठाता है
7. भारतीय रेलवे अपने कर्मचारियों के निवास के लिए उन्हें रेलवे कॉलोनी में बुनियादी सुविधाओं समेत क्वॉर्टर उपलब्ध कराता है. लगभग 44% कर्मचारी रेलवे कॉलोनियों में ही रहते है.
8. रेलवे कर्मचारियों को देशभर की रेलवे कैंटीनों में सब्सिडी पर खाना मिलता है.
9. इन्हें अच्छे मूल वेतन के अलावा ग्रेड वेतन और महंगाई भत्ता (वर्तमान में 119%) भी मिलता है.
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