NEET के बाद अब NExT: मेडिकल छात्रों के लिए आने वाला बड़ा बदलाव, क्या है ये परीक्षा?

भारत की मेडिकल शिक्षा प्रणाली में जल्द एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. NExT (National Exit Test) को ऐसा एग्ज़ाम माना जा रहा है जो डॉक्टर बनने की पूरी प्रक्रिया को बदल देगा. अब तक जहाँ NEET मेडिकल कॉलेजों में दाखिले का रास्ता तय करता था, वहीं NExT का मकसद है. डॉक्टर बनने से लेकर लाइसेंस और पोस्टग्रेजुएट एडमिशन तक की पूरी प्रक्रिया को एक ही परीक्षा से जोड़ना.

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NExT मेडिकल फील्ड का भविष्य हो सकता है, लेकिन इसे तुरंत लागू नहीं किया जाएगा. (Photo: Freepik) NExT मेडिकल फील्ड का भविष्य हो सकता है, लेकिन इसे तुरंत लागू नहीं किया जाएगा. (Photo: Freepik)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 31 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 8:26 AM IST

What Is NTA New NExT Exam: भारत में मेडिकल शिक्षा के लिए अब NExT (National Exit Test) को भविष्य की परीक्षा माना जा रहा है. हालांकि इसे तुरंत लागू नहीं किया जाएगा. यह परीक्षा मौजूदा NEET-PG की जगह लेने वाली है और देशभर में मेडिकल ग्रेजुएट्स के लिए एक कॉमन मेडिकल एग्ज़ाम सिस्टम के रूप में काम करेगी.

जहां NEET (National Eligibility-cum-Entrance Test) केवल एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में प्रवेश के लिए होती है, वहीं NExT का उद्देश्य इससे आगे जाकर मेडिकल छात्रों की डिग्री पूरी करने, डॉक्टर के रूप में लाइसेंस प्राप्त करने और पोस्टग्रेजुएट (PG) एडमिशन, तीनों प्रक्रियाओं को एक ही परीक्षा से जोड़ना है.

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राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) के मुताबिक, NExT को सभी के लिए एक जैसी परीक्षा के रूप में डिजाइन किया गया है ताकि देश के सभी मेडिकल कॉलेजों के छात्रों का मूल्यांकन एक ही स्तर पर किया जा सके. इससे मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता और डॉक्टरों की योग्यता में सुधार होगा.

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने घोषणा की है कि प्रस्तावित राष्ट्रीय एक्जिट टेस्ट (NExT) मेडिकल स्नातकों के लिए एक तुरंत लागू नहीं किया जाएगा. यह निर्णय NMC के अध्यक्ष डॉ. अभिजात शेठ और देश भर के रेजिडेंट डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) के बीच हुई बैठक के बाद सार्वजनिक किया गया.

तुरंत लागू नहीं होगी परीक्षा

indianexpress.com से बात करते हुए, शेठ ने पुष्टि की कि NMC और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने NExT ढांचे पर काम शुरू कर दिया है और मौजूदा चुनौतियों और आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद आगे की प्रगति जारी रहेगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा तुरंत लागू नहीं की जाएगी, लेकिन योजना, प्रतिक्रिया और बदलाव के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा. NExT को अगस्त 2025 से लागू किया जाना था. हालांकि इसे स्थगित कर दिया गया है.

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सरकार और आयोग के लिए, NExT एक समान, प्रभावी और व्यापक रूप से स्वीकृत चिकित्सा परीक्षा प्रणाली स्थापित करने के राष्ट्रीय दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है जिसका उद्देश्य भारत में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है. डॉ. शेठ ने इसे एक 'भविष्यदर्शी चिकित्सा निकास परीक्षा मॉडल' कहा, जिसे एक स्थायी समाधान प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो राष्ट्रीय चिकित्सा मूल्यांकन प्रणाली को मजबूत करता है और स्वास्थ्य सेवा प्रशिक्षण मानकों में सुधार करता है.

पहले इस परीक्षा का विरोध कर चुके हैं छात्र

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने शुरुआत में 2019 के एमबीबीएस बैच के लिए 2023 में राष्ट्रीय एक्जिट टेस्ट (NeXT) आयोजित करने की योजना बनाई थी. हालांकि, छात्रों के विरोध के बाद यह निर्णय अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था, क्योंकि छात्रों का तर्क था कि यह कदम एनएमसी अधिनियम, 2019 के प्रावधानों का उल्लंघन करता है.

क्या NEET PG की जगह लेगी NExT परीक्षा?

चल रही अनिश्चितता के बीच, एनएमसी ने मेडिकल कॉलेजों, शिक्षकों और छात्रों से आग्रह किया है कि वे बताएं. क्या NExT को मौजूदा एमबीबीएस की अंतिम परीक्षा और NEET-PG की जगह लाया जाना चाहिए. साथ ही, उनसे यह भी सुझाव मांगे गए हैं कि परीक्षा का ढांचा, तरीका और पाठ्यक्रम कैसा होना चाहिए.

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फिलहाल एनएमसी ने एनईएक्सटी परीक्षा को लागू करने से रोक दिया है. एक बार लागू होने के बाद, एनईएक्सटी भारत में चिकित्सा पद्धति के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के इच्छुक मेडिकल ग्रेजुएट्स के लिए एक एक समान योग्यता, लाइसेंसधारी और स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षा के रूप में कार्य करेगा.

इस बीच, FAIMA के मुख्य संरक्षक रोहन कृष्णन ने indianexpress.com को बताया कि कोई भी प्राधिकरण NEXT आयोजित करने की ज़िम्मेदारी नहीं ले रहा था क्योंकि इसका उद्देश्य इसे पूरे देश में लागू करना था. एनबीई और एम्स, दिल्ली को प्रस्ताव भेजे गए, लेकिन सभी ने अस्वीकार कर दिया. फिर यह कार्यभार राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को सौंप दिया गया, जिसके पास कोई बुनियादी ढांचा नहीं है. इस वजह से परीक्षा स्थगित कर दी गई.

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