भारत में नौकरी चाहने वालों में से 71% लोग सैलरी से अधिक दफ्तर में काम करने के अच्छे माहौल को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं, जो पुराने पैटर्न में एक बड़ा बदलाव बन रहा है. लोग अच्छी सैलरी के मुकाबले वर्क फ्रॉम होम, काम के घंटे और काम के बीच में ब्रेक की आजादी वाली नौकरी को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. यह बातें इनडीड इंडिया के एक सर्वे में सामने आई हैं जिसका टाइटल 'द जॉब सर्च प्रोसेस: ए लुक फ्रॉम द इनसाइड आउट' है. इस सर्वे में कई और मुद्दों पर भी चर्चा की गई.
परेफरेंस रैंक
नौकरी की प्राथमिकताओं को परिभाषित करते हुए, सर्वे 71% लोगों ने काम के लचीलेपन को सबसे ज्यादा जरूरी बताया. इसमें घर से काम करने की आजादी, उनके काम के घंटों को अनुकूलित करना और ब्रेक लेना शामिल है. 70% नौकरी चाहने वाले हाइब्रिड और पूरी तरह से रिमोट मोड समेत अलग-अलग वर्किंग सिस्टम को पसंद करते हैं. 69% ने जॉब लोकेशन को तीसरे स्थान पर और 67% लोगों ने मुआवजा और कर्मचारी लाभ को चौथे स्थान पर रखा.
हाइब्रिड सेट-अप
रिसर्च में नौकरी चाहने वाले 63% लोगों का हाइब्रिड सेट-अप को ज्यादा पसंद करते हैं, जहां उन्हें घर और ऑफिस दोनों जगह काम करने की परमिशन मिलती है. हालांकि बड़े संगठन इस तरह के लचीलेपन (51%) की पेशकश करने में एक्टिव दिखते हैं, जबकि छोटे संगठन पीछे रह जाते हैं.
इनडीड इंडिया के सेल्स हेड शशि कुमार ने डेटा पर बात करते हुए कहा कि नौकरी चाहने वालों की जरूरतों को समझना भविष्य के कॉर्पोरेट विकास और सहयोग के लिए सर्वोपरि है. उन्होंने बताया कि स्पष्टता, नौकरी विवरण पारदर्शिता और सहानुभूति विविध प्रतिभा पूल को आकर्षित करने और उन्हें बनाए रखने का मार्ग प्रशस्त कर सकती है.
कम्युनिकेशन और ट्रांसपेरेंसी की जरूरत
सर्वेक्षण इस बात पर भी बात की गई कि नौकरी चाहने वाले नौकरी आवेदन और साक्षात्कार प्रक्रिया के दौरान स्पष्टता और पारदर्शिता चाहते हैं. सर्वे में जवाब देने वाले लगभग आधे लोगों ने किसी पद पर आवेदन करने से पहले विस्तृत वेतन सीमा देखने की इच्छा व्यक्त की. दूसरी ओर, जो नियोक्ता संपर्क जानकारी शेयर करते हैं, वे अपनी नियुक्ति प्रक्रिया में छह दिन की तेजी लाते हैं.
ब्लू कॉलर नौकरी चाहने वालों की आकांक्षाएं
सर्वे में ब्लू-कॉलर वर्कर्स पर बड़ा डेटा इक्ट्ठा किया गया है, जिसमें मुआवजे में निष्पक्षता उनकी प्राथमिकता सूची (82%) में सबसे ऊपर है. सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियां (73%) और काम पर तनाव कम करने के उपाय (49%) भी नौकरी के प्रति उनके दृष्टिकोण में प्रमुखता से शामिल हैं. इस शोध के खुलासे इस बात की ओर इशारा करते हैं कि वैश्विक आर्थिक बदलावों के बीच नौकरी चाहने वालों की प्राथमिकताएं कैसे विकसित हुई हैं. ग्लोबल कॉर्पोरेट इंडिया को एक झलक दिखाई देती है कि संभावित कर्मचारी क्या चाहते हैं - लचीलापन, स्पष्टता और उचित मुआवजा.
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