भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को नाकों चने चबवा दिए थे. इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान की सेना और आईएसआई में खौफ का माहौल है. ऐसे में पाकिस्तान की सेना ने हथियारों की जिहादी शॉपिंग लिस्ट तैयार कर ली है.
सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाई पाकिस्तानी आर्मी और आईएसआई ने चीन और तुर्किए से हथियार खरीद की पूरी लिस्ट तैयार कर ली है. पाकिस्तान की चीन से भारी मात्रा में ग्राउंड बेस्ड लॉन्चर खरीदने की तैयारी है. इससे पाकिस्तान रॉकेट, ग्रेनेड और बड़े गोले फेंक सकता है. खुलासा ये भी हुआ है कि पाकिस्तान 30 UAV (Wing Loong) भी चीन से एक बार फिर खरीद रहा हैं.
सूत्रों के मुताबिक, इन ड्रोन को चाइनीज किलर ड्रोन (Chinese Killer drone) के नाम से जाना जाता है. पाकिस्तान इस बार भी ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन और तुर्की के आर्म्स ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा था. यही नहीं चीन और तुर्किए की मदद से पाकिस्तान ड्रोन की एक बड़ी ब्रिगेड भी तैयार करने में लगा हुआ है.
सूत्रों का कहना है कि इस ब्रिगेड को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में तैनात करने की साजिश एक बार फिर पाकिस्तान रच रहा है. यही नहीं चीन जो पाकिस्तान का सबसे भरोसेमंद दोस्त है, वह भी पाकिस्तान को ड्रोन की पूरी खेप देने में जुटा हुआ है. चीन का उच्चस्तरीय डेलिगेशन पाकिस्तान के डेलिगेशन से मुलाकात भी कर चुका है.
पाकिस्तान अटैक ड्रोन की जो ब्रिगेड तैयार की रहा है, उसके लिए तुर्किए की एक कंपनी से उसने एक समझौता 2021 में किया था, जिसे फिर से रिन्यू करने के लिए बातचीत भी कर ली गई है. इसे लेकर जुलाई 2025 में तुर्किए के आर्मी चीफ के साथ पाकिस्तान के आर्मी चीफ की मुलाकात भी होने की संभावना है.
बता दें कि हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ ने चीन निर्मित कई बड़े सर्विलांस सिस्टम बॉर्डर पार ध्वस्त किए थे, जिसके बाद चीन की शरण में फिर से पाकिस्तान जा रहा है. पाकिस्तान चीन से सर्विलांस सिस्टम भी बड़ी तादात में खरीद रहा है.
राजस्थान की जैसलमेर/बीकानेर सीमा पार इंटरनेशनल बॉर्डर के उस पार सर्विलांस इक्विपमेंट लगा रहा है, जिसे हाल ही में पाक ने चीन से खरीदा है. इसी इलाके में सीमापार जैश का हेडक्वार्टर बहावलपुर था, जिसे भारतीय सेना ने एक ही वार में जमींदोस कर दिया था.
जितेंद्र बहादुर सिंह