भारतीय थलसेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार और थलसेना के लेफ्टिनेंट कर्नल (हॉनरेरी) मोहनलाल को सम्मानित किया. मोहनलाल को समाज के लिए उनके शानदार योगदान और सेना के साथ लगातार जुड़ाव के लिए यह सम्मान दिया गया. थलसेना प्रमुख ने उन्हें 'चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड' भेंट किया. यह पुरस्कार मोहनलाल की सेवा भावना, दानशीलता और वर्दी के प्रति सम्मान को दर्शाता है.
मोहनलाल को मई 2009 में टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल का सम्मानित पद दिया गया. तब से वे थलसेना से जुड़े हुए हैं. वे सेवा, अनुशासन और देशभक्ति के मूल्यों को जीते हैं. मोहनलाल ने कहा कि सेना के साथ जुड़ना उनके लिए गर्व की बात है. वे अक्सर सेना के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं और जवानों को प्रेरित करते हैं.
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उनकी यह सेवा भावना अगस्त 2024 के वायनाड प्राकृतिक आपदा में साफ दिखी. मोहनलाल ने स्वेच्छा से राहत कार्यों में हिस्सा लिया. वे प्रभावित लोगों को भोजन, दवाइयां और सहायता पहुंचाने में जुटे रहे. इससे हजारों लोगों को फायदा हुआ.
सिनेमा के अलावा मोहनलाल समाज सेवा के लिए भी मशहूर हैं. उनकी विश्व संथि फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, पर्यावरण संरक्षण और कल्याण कार्यों पर काम करती है. यह फाउंडेशन पूरे भारत में लाखों लोगों की मदद करता है. मोहनलाल कहते हैं कि सिनेमा से कमाई समाज को लौटाना मेरा कर्तव्य है. फाउंडेशन ने स्कूल, अस्पताल और पेड़ लगाने जैसे प्रोजेक्ट चलाए हैं.
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मोहनलाल का सिनेमा सफर 40 साल से ज्यादा पुराना है. उन्होंने मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में 400 से ज्यादा फिल्में की हैं. वे भारत के लाखों लोगों के चहेते हैं. उनके काम को कई बड़े सम्मान मिले...
आज थलसेना प्रमुख ने मोहनलाल को उनके योगदान के लिए विशेष सम्मान दिया. 'चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड' एक बड़ा पुरस्कार है, जो सेवा और समर्पण को मान्यता देता है. आर्मी चीफ ने कहा कि मोहनलाल ने वर्दी के सम्मान को बढ़ाया है. यह समारोह थलसेना मुख्यालय में हुआ, जहां मोहनलाल ने जवानों से बात की.
शिवानी शर्मा