'पाकिस्तान के खिलाफ हवाई जंग में साफ तौर पर भारत जीता', बोले एविएशन एक्सपर्ट टॉम कूपर

टॉम कूपर ने कहा कि भारतीय सैन्य बलों की ट्रेनिंग खास तरीके से होती है और पहली बार उन्हें उसी ट्रेनिंग का इस्तेमाल करने के आदेश दिए गए थे. इसी वजह से भारतीय वायुसेना ने टारगेटेड अटैक किए. पहले उनसे पाकिस्तानी एयरबेस या सैन्य ठिकानों पर हमला करने से बचने के लिए कहा जाता था.

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भारतीय वायुसेना के राफेल जेट ने दिखाई ताकत भारतीय वायुसेना के राफेल जेट ने दिखाई ताकत

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 मई 2025,
  • अपडेटेड 4:18 PM IST

एविएशन एक्सपर्ट और सैन्य इतिहासकार टॉम कूपर ने इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ हवाई जंग में भारत साफ तौर पर विजेता रहा है. यह बात तब सामने आई जब भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते बॉर्डर इलाकों में मिसाइलों और ड्रोन का इस्तेमाल करके हवाई हमले की कोशिश की है.

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'परमाणु ठिकानों पर भी हमला'

टॉम कूपर ने कहा कि 7 मई की शाम से लेकर 9 मई तक उन्होंने जितनी ज्यादा न्यूज और सोशल मीडिया पर नजर डाली, उससे यह साफ हो गया पाकिस्तान इस लड़ाई को हार रहा है. उन्होंने कहा, 'जब आप देखते हैं कि ग्राउंड पर मौजूद पाकिस्तानी एयर डिफेंस पर हमला हुआ है, तो पाकिस्तानी वायु सेना को बॉर्डर से हटाकर भारत की ओर धकेल दिया गया.'

उन्होंने कहा, 'इसका मतलब यह भी था कि भारतीय वायुसेना पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के करीब जाकर पाकिस्तान के अंदर तक मिसाइल दागने में सक्षम थी.' कूपर ने कहा कि ताबूत में आखिरी कील तब लगी जब भारत ने न सिर्फ पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर हमला किया, बल्कि मैं जानता हूं कि यह आधिकारिक बयानों के उलट है, लेकिन उसने न्यूक्लियर स्टोरेज फैसिलिटी पर भी हमला करना शुरू किया, जिनमें शायद सरगोधा और नूर खान एयरबेस शामिल हैं.'

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यहां देखें पूरी बातचीत

भारत की रणनीति में हुआ बदलाव

यह पूछे जाने पर कि पाकिस्तान अपने एयर डिफेंस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल क्यों नहीं कर पाया? सैन्य इतिहासकार कूपर ने कहा कि भारत की रणनीति में एक बुनियादी बदलाव हुआ था और इस मामले में राजनीति ने अचानक अपना नजरिया बदल दिया. उन्होंने आगे कहा कि दिलचस्प बात यह है कि आपके सशस्त्र बलों के पास इस बदली रणनीति को तुरंत स्वीकार करने और उसके मुताबिक सफलतापूर्वक कदम उठाने की क्षमता है. 

कूपर ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने पहले दुश्मन के एयर डिफेंस को तबाह किया और फिर उन्हें अपने हवाई क्षेत्र में दाखिल होने से रोका. इसके बाद जाकर उनके एयरबेस और सैन्य ठिकानों पर टारगेट करके हमले किए गए. यह एक पूरा सिस्टम है, जिसके तहत इंडियन एयरफोर्स ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है.  

पहले कभी नहीं हुआ ऐसा प्रहार

उन्होंने कहा कि भारतीय सैन्य बलों की ट्रेनिंग खास तरीके से होती है और पहली बार उन्हें उसी ट्रेनिंग का इस्तेमाल करके जवाब देने के आदेश दिए गए थे. इसी वजह से भारतीय वायुसेना ने टारगेटेड अटैक किए. पहले उनसे पाकिस्तानी एयरबेस या सैन्य ठिकानों पर हमला करने से बचने के लिए कहा जाता था, किसी भी हालात में LoC पार न करके को कहा जाता था. सेना के पास ऐसी क्षमता पहले भी थी, लेकिन अब तक उसका इस्तेमाल नहीं किया गया था. यहां बता दें कि भारतीय वायुसेना ने बगैर LoC पार किए ही पाकिस्तान में इन हमलों को अंजाम दिया है. 

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टॉम कूपर ने यह भी कहा कि दुनिया भारत की क्षमता के बारे में जानती थी, लेकिन इसका प्रदर्शन पहले कभी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि अचानक 24 घंटे के भीतर, भारत ने दिखा दिया कि वह पाकिस्तान पर इतना जोरदार प्रहार कर सकता है. इससे पहले भी भारत की सैन्य क्षमता पर किसी को शक नहीं था और भारत से बाहर भी उसे सुपर पावर माना जाता था. लेकिन तब राजनीतिक फैसले वैसे नहीं होते थे, जैसा इस बार हुआ है.

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