HAL को चौथे GE404 इंजन का इंतजार... अक्टूबर में नासिक से उड़ेगा पहला तेजस Mk-1A फाइटर

HAL को LCA तेजस Mk1A के लिए चौथा GE F404 इंजन जल्द मिलेगा. इस महीने तीसरा इंजन आया, नासिक प्लांट अक्टूबर में पहली उड़ान के लिए तैयार. देरी के बावजूद 10 विमान बनाकर टेस्ट हो चुके. अक्टूबर में दो डिलीवर हो सकते हैं. सप्लाई चेन सुधार से प्रोडक्शन तेज. 83 यूनिट 2029 तक, Mk2 2027 में. MiG-21 रिटायरमेंट के बाद वायुसेना को जरूरी.

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ये है तेजस Mk-1A के टेस्ट हुए फाइटर जेट की तस्वीर. (Photo:X/@Praneethfrank) ये है तेजस Mk-1A के टेस्ट हुए फाइटर जेट की तस्वीर. (Photo:X/@Praneethfrank)

शिवानी शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 29 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:11 PM IST

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) Mk1A के लिए चौथा GE F-404 इंजन जल्द मिलने वाला है. इस महीने की शुरुआत में तीसरा इंजन मिला था. HAL ने तब कहा था कि तीसरा GE-404 इंजन LCA Mk1A के लिए मिल गया. सितंबर 2025 के अंत तक एक और इंजन आने वाला है.

सप्लाई चेन सुधार से Mk1A की डिलीवरी आसान होगी. सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि चौथा इंजन अभी नहीं पहुंचा, लेकिन आने वाले दिनों में आ जाएगा. साथ ही, नासिक प्लांट तेजस Mk1A की पहली उड़ान के लिए पूरी तरह तैयार है. यह उड़ान अक्टूबर में होगी.

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इंजन देरी से डिलीवरी प्रभावित, लेकिन HAL तैयार

अमेरिका से इंजन की देरी से तेजस Mk1A की डिलीवरी पर असर पड़ा है. HAL के अधिकारी कहते हैं कि सप्लाई चेन सुधार से अब डिलीवरी पटरी पर आएगी. अक्टूबर से हर महीने कम से कम दो इंजन मिलने की उम्मीद है. F-404 इंजनों के अलावा 10 F-414 इंजन पहले ही आ चुके हैं. 97 अतिरिक्त तेजस Mk1A के लिए 113 F-404 इंजनों का सौदा तय हो गया है. कीमत पर बातचीत पूरी हो चुकी.

अब सिर्फ कॉन्ट्रैक्ट साइनिंग बाकी है, जो इस महीने हो जाएगी. कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने पहले ही मंजूरी दे दी. पहले सूत्रों ने बताया था कि HAL अक्टूबर में पहले दो LCA Mk1A विमान डिलीवर करेगा. 10 विमान पहले से बनाकर टेस्ट हो चुके हैं. नासिक से एक विमान पहले ही हैंडओवर के लिए तैयार है. देरी के बावजूद HAL ने गति बनाए रखी.

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हथियार परीक्षण सफल, Mk1A की ताकत साबित

तेजस Mk1A ने हथियार एकीकरण परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया. इसमें अस्त्र और ASRAAM मिसाइलों का फायरिंग टेस्ट शामिल था. यह विमान भारतीय वायुसेना के लिए मजबूत हथियार बनेगा. Mk1A की 83 यूनिट अब 2029 तक मिलेंगी, जो पहले की तुलना में चार क्वार्टर देरी से हैं.

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भविष्य की योजना: Mk2 और अतिरिक्त ऑर्डर

25 सितंबर को 97 अतिरिक्त तेजस Mk1A का कॉन्ट्रैक्ट साइन हो गया. HAL के मुताबिक ये ऑर्डर 2027-28 से शुरू होंगे और 2033-34 तक पूरे हो जाएंगे. ज्यादा एडवांस्ड LCA Mk2 का रोलआउट 2027 में होगा.

HAL अधिकारी कहते हैं कि इंजन देरी के बावजूद प्रोडक्शन मजबूत है. इंजन आने पर Mk1A की डिलीवरी तेज हो जाएगी. वायुसेना को MiG-21 रिटायरमेंट के बाद तेजस Mk1A की सख्त जरूरत है. यह विमान देश की हवाई ताकत बढ़ाएगा. HAL का यह प्रयास आत्मनिर्भर भारत को मजबूत करेगा. 

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