भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल जेट में 30 मिनट की उड़ान भरी. इसके बाद एक ताकतवर तस्वीर सामने आई – राष्ट्रपति मुर्मू का स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ फोटो खिंचवाई. Photo: PIB
शिवांगी वही महिला पायलट हैं, जिनके बारे में पाकिस्तान ने झूठा दावा किया था कि ऑपरेशन सिंदूर में उन्हें पकड़ लिया गया था. यह फोटो पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करती है. Photo: PIB
शिवांगी सिंह वाराणसी की 29 साल की अधिकारी हैं. वे 2017 में वायुसेना में शामिल हुईं – महिलाओं के दूसरे बैच की फाइटर पायलट हैं. पहले उन्होंने पुराने मिग-21 बाइसन जेट उड़ाया. 2020 में राफेल के लिए क्वालीफाई कीं. Photo: PIB
वे गोल्डन एरोज स्क्वाड्रन की सदस्य हैं. हाल ही में, 9 अक्टूबर 2025 को तमिलनाडु के तंबरम में क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर (क्यूएफआई) बैज मिला. एयर मार्शल तेजबीर सिंह ने उन्हें सम्मानित किया. Photo: PIB
मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर हुआ. भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया. शिवांगी ने राफेल उड़ाया था. पाकिस्तान ने झूठ बोला – कहा कि राफेल गिर गया और शिवांगी सियालकोट के पास पैराशूट से कूदकर पकड़ी गईं. Photo: PIB
एक फर्जी वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वायुसेना प्रमुख एपी सिंह को शिवांगी के परिवार से मिलने का दिखाया गया. पीआईबी फैक्ट चेक ने इसे झूठा और बनावटी बताया था. Photo: PIB
राष्ट्रपति मुर्मू की यह राफेल उड़ान पहली है. अप्रैल 2023 में उन्होंने असम के तेजपुर एयरबेस से सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरी थी. अब वे पहली राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने दो फाइटर जेट उड़ाए. अंबाला एयरबेस पर वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने अलग राफेल उड़ाया. Photo: PIB
उड़ान के बाद विजिटर्स बुक में मुर्मू ने लिखा कि राफेल की पहली उड़ान अविस्मरणीय रही. इससे देश की रक्षा क्षमता पर गर्व हुआ. वायुसेना और अंबाला टीम को बधाई. यह उड़ान भारत की हवाई ताकत और महिलाओं की भूमिका को दिखाती है. Photo: PIB