माफिया गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो के खिलाफ NBW जारी, ट्रांसपोर्टर से ऐसे गैंगस्टर बना था वेस्ट यूपी का ये डॉन

Mafia Gangster Badan Singh Baddo: लखनऊ की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट ने गैंगस्टर बद्दों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. उसे लखनऊ के जीवा शूटआउट का साजिशकर्ता बताया जाता है. बदन सिंह वेस्ट यूपी का कुख्यात माफिया डॉन माना जाता है.

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गैंगस्टर बदन सिंह पर इस वक्त 5 लाख का इनाम है गैंगस्टर बदन सिंह पर इस वक्त 5 लाख का इनाम है

संतोष शर्मा / परवेज़ सागर

  • लखनऊ/नोएडा,
  • 31 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 9:26 PM IST

Mafia Gangster Badan Singh Baddo: यूपी के माफिया गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो के खिलाफ लखनऊ की एक अदालत ने गैर जमानती वारंट (NBW) जारी किया है. यह वारंट कोर्ट में हुए जीवा शूटआउट केस में जारी किया गया है. उस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है. हालांकि अभी तक बदन सिंह बद्दो का कुछ अता-पता नहीं है. बताया जाता है कि 5 साल पहले वो शातिर बदमाश मेरठ से फरार हो गया था. और इस वक्त वो विदेश में पनाह लिए बैठा है.

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लखनऊ की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट ने गैंगस्टर बद्दों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. उसे लखनऊ के जीवा शूटआउट का साजिशकर्ता बताया जाता है. बदन सिंह वेस्ट यूपी का कुख्यात माफिया डॉन माना जाता है. जानकारी के मुताबिक, मेरठ में पुलिस हिरासत से फरार होने के बाद वो विदेश भाग गया था. 

कौन है गैंगस्टर बदन सिंह 'बद्दो'
1970 के दशक में बदन सिंह बद्दो के पिता चरण सिंह जालंधर छोड़कर यूपी के मेरठ में रहने आ गए थे. परिवार का जीवनयापन के लिए उन्होंने ट्रक ड्राइवर के तौर पर काम शुरू करना शुरू किया. धीरे-धीरे वो खुद एक ट्रांसपोर्टर बन गए. 7 भाइयों में सबसे छोटे बदन सिंह बद्दो ने भी ट्रांसपोर्ट के कारोबार में कदम रखा. इसी दौरान उसके संबंध इलाके के बदमाशों से हो गए थे. वो अपराधियों के साथ उठने बैठने लगा था.

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अपराध की दुनिया में पहला कदम
ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र में उसने आलीशान घर बनाया. इसी दौरान उसने शराब के कारोबार में हाथ आजमाया. माना जाता है कि 1988 में उसने जरायम की दुनिया में आमद दर्ज कराई थी. इसके बाद उसने पलटकर पीछे नहीं देखा. कारोबार और जुर्म दोनों ही जगह उसने अपनी पहचान बना ली थी.

हत्या के मामलों से सुर्खियों में आया था बद्दो
उसने साल 1996 में एक वकील की हत्या को अंजाम दिया. साल 2011 में उसने मेरठ जिला पंचायत के सदस्य संजय गुर्जर का मर्डर किया. ये तो बस शुरुआत थी. इसके बाद साल 2012 में उसने एक केबल नेटवर्क के संचालक पवित्र मैत्रे को मौत के घाट उतार दिया था. उसके खिलाफ यूपी के बाहर भी लूट और डकैती के मामले दर्ज होने लगे.

दो राज्यों की पुलिस ने रखा था इनाम
बदन सिंह यूपी पुलिस के लिए सिरदर्द बनने लगा था. लेकिन पुलिस उस तक पहुंच नहीं पा रही थी. लिहाजा, यूपी पुलिस ने उस पर 1 लाख का इनाम रखा. दिल्ली पुलिस ने भी उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार के इनाम का ऐलान किया. अब बदन सिंह के खिलाफ हत्या जैसे संगीन 34 मामले दर्ज हैं. इसके अलावा लूट और डकैती के कई मामलों में वो नामजद है.

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ऐसे भाग निकला था बदन सिंह
साल 1996 में जब बदन सिंह ने एक वकील का मर्डर किया था तो मामला खूब गरमा गया था. इस मामले में उसे अदालत ने आजीवन कैद की सज़ा सुनाई थी. जब बदन सिंह पकड़ा गया तो उसे जेल में डाल दिया गया. इस दौरान उसने अदालत से कई बार पेरोल के लिए गुहार लगाई. लेकिन अदालत ने उसके अपराधों को संगीन बताते हुए परोल देने से इनकार कर दिया. तब बदन ने जेल से भागने की योजना बनाई. जिसे उसने साल 2019 में अमली जामा पहनाया. 

पुलिसवालों को जमकर पिलाई थी शराब
दरअसल वो फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में सजा काट रहा था. उसे एक मामले में गाज़ियाबाद की अदालत में पेश किया जाना था. पुलिस अभिरक्षा में उसे गाजियाबाद लाया गया. 28 मार्च 2019 को पेशी के बाद उसने अपनी अभिरक्षा में आए पुलिसवालों को मेरठ होकर जाने के लिए राजी कर लिया. पुलिस टीम उसे लेकर मेरठ के मुकुट महल होटल पहुंची. इस होटल में बदन सिंह का भी शेयर था. वहां सभी पुलिसवालों की जमकर खातिरदारी हुई. उन्हें खाने के साथ-साथ शराब परोसी गई. 

19 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था मामला
टीम में शामिल आधा दर्जन पुलिसकर्मियों ने इतनी शराब पी ली कि वो नशे में धुत हो गए. इसी दौरान वहां पहले से लाई गई एक काली लग्जरी कार में बदन सिंह भाग निकला. तब से उसका कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया. बद्दो के भाग जाने के बाद पुलिस ने इस मामले में मुकेश गुप्ता समेत 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन सभी लोगों पर बद्दो को भागने में मदद करने का आरोप था. 

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विदेश भाग जाने की आशंका
2019 में फरार हो जाने के बाद से ही पुलिस बदन सिंह बद्दो की लोकेशन पता लगाने में नाकाम रही. बताया जाता है कि कभी-कभी सोशल मीडिया पर उसकी कुछ पोस्ट दिखाई देती हैं. हालांकि ये कहना मुश्किल है कि उसके अकाउंट वो खुद चलाता है या कोई और. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ये कयास लगाए जाते रहे हैं कि फरार हो जाने के बाद बदन सिंह बद्दो नेपाल के रास्ते विदेश भाग गया था. यही वजह है कि उसका कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल पाता. 

बद्दों की संपत्ति पर चला था बुलडोजर
28 अप्रैल 2022 को योगी सरकार ने गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो के गुर्गे अजय सहगल की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया था. अजय सहगल को गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो का राइट हैंड माना जाता है. उस वक्त उसकी सात अवैध दुकानों को तोड़ा गया था. इससे पहले मेरठ पुलिस ने 15 मार्च 2022 को अवैध तरीके से जमीन कब्ज़ा कर बनाई गई उसकी मार्केट और फैक्ट्री को तोड़कर जमीन कब्जा मुक्त कराई थी. बदन सिंह बद्दो की करोड़ों रुपये की कोठी को भी इससे पहले ध्वस्त कर दिया गया था.

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