लखीमपुर खीरी हिंसा: 5000 पन्ने, 208 गवाह... UP पुलिस के इतिहास में ये है सबसे लंबी चार्जशीट

पुलिस ने अपनी जांच के दौरान आशीष मिश्रा की मौजूदगी को लेकर 208 लोगों की गवाही दर्ज की है. वहीं पुलिस ने 99 गवाहों के कलम बंद बयान भी दर्ज करवाएं हैं. लगभग 200 पेज के ये कलम बंद बयान भी पुलिस की चार्जशीट का हिस्सा हैं.

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आरोपी है कि आशीष मिश्रा ने शांतिपूर्ण मार्च निकाल रहे किसानों को थार जीप से कुचल दिया था आरोपी है कि आशीष मिश्रा ने शांतिपूर्ण मार्च निकाल रहे किसानों को थार जीप से कुचल दिया था

संतोष शर्मा

  • लखीमपुर खीरी,
  • 04 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 6:46 PM IST
  • 3 जनवरी को एसआईटी ने दाखिल की चार्जशीट
  • मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा को बनाया गया मुख्य आरोपी
  • लखीमपुर हिंसा हादासा नहीं, साजिश थी!

यूपी के लखीमपुर खीरी में पिछले साल 3 अक्टूबर को 4 किसानों समेत पांच लोगों को थार जीप से रौंदने के मामले में पुलिस ने 3 जनवरी 2022 को 5000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास में लखीमपुर हिंसा मामले की चार्जशीट सबसे बड़ी चार्जशीट मानी जा रही है. जानते हैं क्यों? 

208 गवाहों के बयान
दरअसल, पुलिस ने अपनी जांच के दौरान आशीष मिश्रा की मौजूदगी को लेकर 208 लोगों की गवाही दर्ज की है. चाहे आरोपी आशीष मिश्रा घटनास्थल पर हो या फिर बनवीरपुर गांव के दंगल में, हर एक व्यक्ति की गवाही को लिखित तौर पर केस डायरी का हिस्सा बनाया गया है. हर एक व्यक्ति का बयान औसतन एक पेज में आया है. लगभग 200 पन्नों में घटनास्थल पर मौजूद गवाहों के बयान है.

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95 केस डायरी भी दाखिल
वहीं पुलिस ने 99 गवाहों के कलम बंद बयान भी दर्ज करवाएं हैं. लगभग 200 पेज में यह कलम बंद बयान भी पुलिस ने अपनी चार्जशीट में शामिल किए हैं. पुलिस ने अपनी इस जांच में 95 केस डायरी कोर्ट में दाखिल की हैं. 95 केस डायरी का मतलब इस पूरे घटनाक्रम की विवेचना अलग-अलग बिंदुओं पर अलग-अलग मौकों पर की गई. इस तरह कुल 95 बिंदुओं पर जांच की गई, सबूत इकट्ठा किए गए.

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40 पेज की है हर एक केस डायरी
हर एक केस डायरी 40 पेज की है. जिसमें जांच के लिए टीम के पहुंचने से लेकर, मौके पर मिले साक्ष्य, गवाह, इकट्ठा किए गए सुबूत, सुबूत के तौर पर मिली रिपोर्ट शामिल की गई हैं. पुलिस ने गवाहों के बयान, कलम बंद बयान और केस डायरी के लगभग 4200 पन्ने अपनी चार्जशीट में शामिल किए हैं.

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सभी मेडिकल और फोरेंसिक रिपोर्ट भी शामिल
इतना ही नहीं पुलिस ने अपनी चार्जशीट में मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा, अंकित दास लतीफ उर्फ काले के लाइसेंसी असलहो की बैलेस्टिक रिपोर्ट, लखनऊ फॉरेंसिक टीम के द्वारा मौके से लिए गए सुबूतों की फॉरेंसिक रिपोर्ट, तीनों गाड़ियों के की टेक्निकल मुआयने की रिपोर्ट के साथ-साथ मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा और अंकित दास के बीच हुई 3 अक्टूबर से 6 अक्टूबर के बीच बातचीत की 10 पेज की कॉल डिटेल और सभी 13 आरोपियों की कॉल डिटेल भी शामिल की है. 

इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस रिपोर्ट भी चार्जशीट का हिस्सा
लखीमपुर हिंसा मामले की जांच में पुलिस ने हर बिंदु पर इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस इकट्ठा करने की कोशिश की है. इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस के तौर पर मिली रिपोर्ट को भी इस चार्जशीट का हिस्सा बनाया गया है. फिलहाल, एसआईटी द्वारा तैयार की गई इस चार्जशीट को कोर्ट में दाखिल कर दिया गया है. कोर्ट ने चार्जशीट का संज्ञान ले लिया है.

 

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