गुजरात में मेफेड्रोन बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, DRI ने पकड़ी 25 करोड़ की खेप, 3 गिरफ्तार

वलसाड की फोरेंसिक साइंस लैब की एक टीम ने फैक्ट्री में पाए गए संदिग्ध साइकोट्रोपिक पदार्थों में मेफेड्रोन की मौजूदगी की पुष्टि की. डीआरआई ने कहा कि यूनिट से तरल रूप में कुल 17.3 किलोग्राम एमडी बरामद किया गया.

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MD ड्रग बनाने वाली इस फैक्ट्री को DRI ने बेनकाब किया है MD ड्रग बनाने वाली इस फैक्ट्री को DRI ने बेनकाब किया है

aajtak.in

  • अहमदाबाद,
  • 09 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 9:57 PM IST

गुजरात के वलसाड जिले में राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने बुधवार को मेफेड्रोन (एमडी) दवा बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दिया. डीआरआई की टीम ने वहां से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 25 करोड़ रुपये के साइकोट्रोपिक पदार्थ जब्त किए है.

राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए सूरत और वापी से डीआरआई की टीमों ने वलसाड जिले के उमरगाम और देहरी में जीआईडीसी (औद्योगिक एस्टेट) में विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया.

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विज्ञप्ति में कहा गया कि यह अभियान मंगलवार को नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, 1985 के तहत चलाया गया और जीआईडीसी क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री मेसर्स सौरव क्रिएशन्स को सिंथेटिक उत्तेजक दवा मेफेड्रोन के अवैध निर्माण में शामिल पाया गया.

पीटीआई के मुताबिक, वलसाड की फोरेंसिक साइंस लैब की एक टीम ने फैक्ट्री में पाए गए संदिग्ध साइकोट्रोपिक पदार्थों में मेफेड्रोन की मौजूदगी की पुष्टि की. डीआरआई ने कहा कि यूनिट से तरल रूप में कुल 17.3 किलोग्राम एमडी बरामद किया गया. गुजरात सीआईडी ​​के नारकोटिक्स सेल की एक टीम ने ऑपरेशन में सहायता की.

इसमें कहा गया है कि यूनिट से जब्त किए गए साइकोट्रोपिक पदार्थों का अवैध बाजार मूल्य लगभग 25 करोड़ रुपये है. सभी जब्त पदार्थों को एनडीपीएस अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत जब्त कर लिया गया है. प्रेस रिलीज के अनुसार, एनडीपीएस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच जारी है.

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राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की विज्ञप्ति में कहा गया कि यह ऑपरेशन सिंथेटिक दवाओं के बढ़ते उपयोग और इन दवाओं के निर्माण में औद्योगिक इकाइयों के दुरुपयोग और उन्हें पकड़ने के लिए डीआरआई के निरंतर प्रयासों को उजागर करता है.
 

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