Ghaziabad Women Police Team Encounter: दिल्ली से सटे यूपी के जिला गाजियाबाद में पहली बार एक ऐसा एनकाउंटर सामने आया है, जिसमें एक बदमाश को गोली मारकर पकड़ने वाली टीम में सभी महिला पुलिकर्मी शामिल थीं. इन महिला पुलिसकर्मियों ने कई दोपहिया वाहन और फोन स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देने के मामलों में वांछित एक बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया. गाजियाबाद जिले का यह पहला ऐसा पुलिस अभियान था, जिसे में पूरी तरह से महिला पुलिस टीम ने अंजाम तक पहुंचाया.
पूरी महिला पुलिसकर्मियों की टीम की बहादुरी ने देर रात हुई इस कार्रवाई के दौरान न केवल अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए बल्कि महिला शक्ति का भी मजबूत संदेश दिया है. यह घटना पुलिस चौकी लोहियानगर के पास उस समय हुई, जब पुलिस रात में वाहनों की चेकिंग कर रही थी.
एसीपी नंदग्राम उपासना पांडे ने बताया कि हूटर और काले शीशों वाले वाहनों के खिलाफ नियमित रात्रिकालीन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. उसी दौरान महिला थाना प्रभारी रितु त्यागी की अगुवाई में एक टीम चेकिंग कर रही थी. टीम में सब-इंस्पेक्टर विनीता यादव और भुवनेश्वरी सिंह के साथ महिला हेड कांस्टेबल प्रीति और नीतू शामिल थीं.
चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध स्कूटी सवार को आते देख पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन उसने भागने की कोशिश की. वह तेजी से वाहन दौड़ाने लगा और पुलिस से बचकर निकलना चाहता था. जैसे ही पुलिस टीम ने उसे रोकने का प्रयास किया, आरोपी का संतुलन बिगड़ा और स्कूटर फिसल गया. बदमाश गिरते ही उठा और फिर दोबारा भागने की कोशिश करने लगा.
महिला पुलिस टीम ने उसका पीछा किया, लेकिन आरोपी बदमाश घबरा गया और अचानक अपनी देसी पिस्तौल निकालकर पुलिस पर गोली चलाने लगा. महिला पुलिसकर्मियों ने स्थिति को समझते हुए जवाबी कार्रवाई की. प्रशिक्षित अंदाज में की गई फायरिंग में जितेंद्र के पैर में गोली लगी और वह मौके पर ही गिर पड़ा. इसके बाद घायल बदमाश को तुरंत काबू में कर लिया गया.
आरोपी बदमाश की पहचान जितेंद्र के तौर पर हुई. जिसके खिलाफ एक दो नहीं बल्कि 8 मामले दर्ज हैं. घायल बदमाश को गिरफ्त में लेकर इलाज के लिए एमएमजी जिला अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ बीएनएस की धारा 109(1) (हत्या का प्रयास), 317(2) और (5) (चोरी की संपत्ति रखना) और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.
आरोपी जितेंद्र के पास से पुलिस ने एक टैबलेट, एक मोबाइल फोन, एक देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. साथ ही स्कूटी को भी जब्त किया गया है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि स्कूटी भी चोरी की थी या नहीं?
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह एनसीआर, खासकर साहिबाबाद और लोनी इलाके में मोबाइल फोन, टैबलेट और दोपहिया वाहन चुराता था. इसके बाद चोरी का सामान रिसीवरों के नेटवर्क के जरिए दिल्ली में बेच देता था. पुलिस के अनुसार जितेंद्र पर विजय नगर थाने में लूट, चोरी और स्नैचिंग के आठ केस दर्ज हैं.
महिला पुलिस टीम की इस त्वरित कार्रवाई की हर तरफ तारीफ हो रही है. आला अधिकारी भी मानते हैं कि यह एनकाउंटर मिशन शक्ति और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मिसाल है. महिला थाने की टीम ने दिखा दिया कि वे अपराधियों का सामना करने में पुरुष पुलिसकर्मियों से किसी भी तरह कम नहीं हैं.
सब-इंस्पेक्टर रितु त्यागी ने कहा कि यह सब हमारी ड्यूटी का हिस्सा है. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान हमें पुरुषों की तरह ही हथियार चलाने और परिस्थिति संभालने की ट्रेनिंग दी जाती है. जब हालात सामने आए, तो हमें सिर्फ अपने कर्तव्य को निभाना था.
इस मुठभेड़ के बाद इलाके में महिला पुलिसकर्मियों की बहादुरी की चर्चा हो रही है. जितेंद्र ने गिरफ्तारी के बाद महिला पुलिसकर्मियों से माफी मांगी और अपराध छोड़ने का वादा किया. इस घटना ने यह साबित कर दिया कि महिला सशक्तिकरण केवल नारा नहीं बल्कि हकीकत है. महिला पुलिस दल निडर होकर अपराधियों को चुनौती दे रहे हैं और समाज को सुरक्षा का भरोसा दिला रहे हैं.
(गाजियाबाद से मयंक गौड़ का इनपुट)
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