13 साल बाद पकड़ा गया था बम एक्सपर्ट आरिज खान, 165 लोगों की हत्या का है आरोप

आरिज खान बम बनाने और धमाके करने का एक्सपर्ट माना जाता है. वो एनआईए की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल था. उसके सिर पर 10 लाख का इनाम रखा गया था. बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने 15 लाख का इनाम घोषित किया था. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आरिज खान कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं है.

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आरिज भारत में हुए कई बम धमाकों में शामिल रहा है (फाइल फोटो) आरिज भारत में हुए कई बम धमाकों में शामिल रहा है (फाइल फोटो)

परवेज़ सागर

  • नई दिल्ली,
  • 08 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 4:16 PM IST
  • बाटला हाउस से भाग निकला था आरिज खान
  • एक माह तक बस और ट्रेन में घूमता रहा था आरोपी
  • 2018 में नेपाल बॉर्डर से हुई थी आरिज की गिरफ्तारी

दिल्ली के बाटला हाउस एनकाउंटर से जुड़े एक मामले में साकेत कोर्ट ने आरिज खान उर्फ जुनैज को आईपीसी की धारा 302, 307 और आर्म्स एक्ट के तहत दोषी करार दिया है. आगामी 15 मार्च को उसकी सजा का ऐलान होगा. 13 साल पहले बाटला हाउस एनकाउंटर के दौरान शातिर आरिज खान फरार हो गया था. लेकिन 2018 में उसे भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार कर लिया गया था. आरिज को बम बनाने में महारत हासिल है. यही नहीं उस पर 165 लोगों के कत्ल का इल्जाम भी है. 

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वो बम बनाने और धमाके करने का एक्सपर्ट माना जाता है. वो एनआईए की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल था. उसके सिर पर 10 लाख का इनाम रखा गया था. बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने 15 लाख का इनाम घोषित किया था. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आरिज खान कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं है.

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक दिल्ली, अहमदाबाद, उत्तर प्रदेश और जयपुर में साल 2007-2008 के दौरान हुए बम धमाकों में आरिज का हाथ था. साल 2008 में दिल्ली में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे. उसी मामले में दिल्ली पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. इन सीरियल बम ब्लास्ट में करीब 30 लोग मारे गए थे जबकि 100 लोग घायल हुए थे. पुलिस और एजेंसियों के मुताबिक आरिज को बम बनाने में महारत हासिल है. ये सब धमाके उसी ने किए थे. 

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दिल्ली के सीरियल बम धमाकों के बाद 2008 में दिल्ली पुलिस ने बाटला हाउस में कुछ आतंकियों का एनकाउंटर किया था. उस वक्त आरिज खान भी वहीं मौजूद था. लेकिन वो गोलीबारी के दौरान वहां से भाग निकलने में कामयाब हो गया था. उस एनकाउंटर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो गए थे.

दरअसल, साल 2008 में पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि दिल्ली के सीरियल ब्लास्ट के आरोपी बाटला हाउस के एक मकान में छुपे हुए हैं. इसी सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस की टीम ने वहां दबिश दी थी. बताया जाता है कि उस वक्त आरिज खान, आतिफ अमीन, मोहम्मद साजिद, मोहम्मद सैफ और शहजाद उसी कमरे में मौजूद थे. लेकिन जब वहां गोलीबारी शुरू हुई थी, तो वो अपने साथी शहज़ाद के साथ वहां से भाग निकलने में सफल हो गया था.

इसके बाद पुलिस लगातार आरिज खान की तलाश करती रही. लेकिन वो पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहा था. उसकी तलाश जारी रही और इस तरह से 10 साल बीत गए. 10 साल बाद यानी जनवरी 2018 में दिल्ली पुलिस के हाथ इंडियन मुज़ाहिदीन का सदस्य अब्दुल सुभान उर्फ तौकीर लगा. जब उससे पूछताछ की गई तो पुलिस को आरिज खान के बारे में अहम जानकारी मिली. बस उसी जानकारी को आधार बनाकर पुलिस ने एक योजना बनाई और इंडो-नेपाल बॉर्डर के पास से आरिज उर्फ जुनैद को गिरफ्तार कर लिया.

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बाद में पुलिस ने बताया था कि बाटला हाउस एनकाउंटर में बचने के बाद आरिज खान करीब एक महीने तक बस और ट्रेन में घूमता रहा. वो बार-बार जगह बदलता रहता था. इसके बाद वो नेपाल चला गया. वहां वो तौकीर के साथ उसका भाई बनकर रहता था. कुछ दिन वहां रहने के बाद वो नेपाल से सऊदी अरब चला गया. दिल्ली पुलिस का दावा है कि साल 2017 में वो सऊदी अरब से वापस भारत आया. आने के बाद से ही वो इंडियन मुज़ाहिदीन संगठन को एक बार फिर भारत में खड़ा करने की कोशिश में लगा था.

दिल्ली पुलिस के आपराधिक बहीखाते में आरिज खान के नाम पर कई जुर्म दर्ज हैं. पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि आरिज उर्फ जुनैद ने भारत में अब तक जितने बम धमाके किए हैं, उनमें कुल 165 लोगों की जान चली गई है. जबकि 500 से ज्यादा लोग घायल हुए. जब आरिज फरार चल रहा था तो पांच राज्यों की पुलिस उसे तलाश कर रही थी. और 10 साल बाद पकड़ा गया था. अब आरिज को अदालत ने दोषी करार दिया है, जिससे साफ है कि उसकी बाकी की जिंदगी अब जेल में ही गुजरेगी. 

 

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