सीबीआई ने यूको बैंक में 820 करोड़ रुपये के आईएमपीएस घोटाले (UCO Bank IMPS scam) के सिलसिले में गुरुवार को राजस्थान और महाराष्ट्र के सात शहरों में 67 स्थानों पर सर्च अभियान चलाया. अधिकारियों ने बताया कि यह मामला 85,3049 से अधिक IMPS (तत्काल भुगतान प्रणाली) लेनदेन से संबंधित. यह लेनदेन पिछले साल 10 से 13 नवंबर के बीच बैंक में हुआ है.
मामले को लेकर सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि सात निजी बैंको के लगभग 14600 खाताधारकों से किये गए आईएमपीएस लेनदेन को गलत तरीके से 41000 यूको बैंक के खाताधारकों के खातों में डाल दिया गया. इसके परिणाम स्वरूप यूको बैंक के खातों में 820 करोड़ रूपये क्रेडिट हो गए, लेकिन यह वास्तविक रूप में डेबिट नहीं हुए थे.
दूसरे बार की चलाया गया सर्च ऑपरेशन
अधिकारी ने बताया कि भी बुधवार को राजस्थान और महाराष्ट्र में उन लोगों को लेकर सर्च अभियान चलाया गया था, जिनके पास पैसे आए थे और बैंक को वापस नहीं हो पाए थे. इस तरह से यह दूसरी बार जांच की जा रही है. प्रवक्ता ने बताया कि इससे पहले दिसंबर में भी कोलकाता और मैंगलोर में इस मामले से जुड़े कुछ निजी लोग और यूको बैंक से अधिकारियों को लेकर 13 जगहों पर तलाशी ली गई थी.
इतने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन में 330 पुलिसकर्मी लगे रहे
गुरुवार को इस मामले को लेकर राजस्थान के जोधपुर, जयपुर, जालौर, नागौर, बाड़मेर, फलोदी और महाराष्ट्र के पुणे सहित कई शहरों में तलाशी ली गई. इस काम में कुल 40 टीम लगी थी. जिसमें कुल 330 पुलिसकर्मी शामिल थे, जिसमें राजस्थान पुलिस के 120 कर्मी और 80 स्वतंत्र गवाह थे.
कई अहम दस्तावेज और डिवाइस को किया जब्त
एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि इन ऑपरेशनों के दौरान यूको बैंक और आईडीएफसी से संबंधित लगभग 130 दस्तावेज, 43 डिजिटल डिवाइस (जिसमें 40 मोबाइल फोन, दो हार्ड डिस्क और एक इंटरनेट डोंगल शामिल है) जब्त कर लिये गए हैं. सभी को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा जाएगा. इसके अलावा 30 संदिग्धों की भी मौके पर जांच की गई.
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