दिल्ली में बैंक से ट्रैक कर बुजुर्ग से 3.5 लाख की लूट, 3 बदमाश गिरफ्तार, 2 फरार

दिल्ली में एक सीनियर सिटिजन के साथ लूटपाट की सनसनीखेज घटना सामने आई है. पीड़ित बैंक से 3.5 लाख रुपए निकालने गए थे. दो बाइक पर सवार पांच बदमाशों ने बैंक के अंदर से लेकर बवाना-नरेला बेल्ट तक उनकी हर मूवमेंट को ट्रैक किया. वारदात के चार दिन बाद तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं.

Advertisement
बैंक के अंदर कस्टमर बनकर बैठे थे बदमाश, सीनियर सिटिज़न से लूट की पूरी स्क्रिप्ट. (Photo: Representational) बैंक के अंदर कस्टमर बनकर बैठे थे बदमाश, सीनियर सिटिज़न से लूट की पूरी स्क्रिप्ट. (Photo: Representational)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:28 PM IST

दिल्ली के बुराड़ी में प्राइवेट बैंक के एक ब्रांच में 27 नवंबर की दोपहर सबकुछ सामान्य लग रहा था. काउंटरों के बीच हलचल थी. ग्राहक अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. वहां लाइन में एक सीनियर सिटिजन भी खड़े थे. अंदर कुछ लोग उन पर नजर बनाए हुए थे. वो जैसे ही पैसे निकालकर बाहर निकले उन लोगों ने उनका पीछा किया.

Advertisement

दो मोटरसाइकिलों पर सवार पांच बदमाशों ने आउटर-नॉर्थ के बवाना-नरेला बेल्ट पर एक सुनसान मोड़ पर मौका पाकर सीनियर सिटिजन को रोक लिया. कुछ ही सेकंड में उनसे 3.5 लाख रुपए छीनकर फरार हो गए. इसकी सूचना मिलते ही आउटर-नॉर्थ के डीसीपी हरेश्वर स्वामी ने पुलिस टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू कर दी. 

घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया. बैंक से लेकर वारदात की जगह तक की वीडियो ट्रेल ने पुलिस को बदमाशों की मूवमेंट का स्पष्ट सीक्वेंस दे दिया. इसके साथ ही मोबाइल रिकॉर्ड और ग्राउंड सर्विलांस को जोड़कर संदिग्धों की पहचान की गई. इस तरह पुलिस ने तीन बदमाशों को चिह्नित कर लिया.

इसके बाद दिल्ली के मंडोली एक्सटेंशन से सचिन, ईस्ट गोकलपुरी से करण और उत्तर प्रदेश के चांदीनगर से आकाश नामक बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया. तीनों से पुलिस हिरासत में कड़ाई से पूछताछ की गई तो पूरे मामले का खुलासा हो गया. उन्होंने बताया कि लूट की साजिश पांच लोगों ने मिलकर रची थी. मुख्य भूमिका लवली नाम के शख्स की थी.

Advertisement

उसे गैंग का मास्टरमाइंड बताया गया. उसके साथ मोहन उर्फ गांधी भी वारदात के वक्त मौजूद था. दोनों अभी फरार हैं. गिरफ्तार आरोपियों से कैश बरामद किया गया है. करण और सचिन के घर से 6000 और 22000 रुपए मिले हैं, जबकि एक स्थानीय साहूकार से 30000 रुपए बरामद किए गए हैं. करण ने लूट की रकम से अपना कर्ज चुकाया था. 

पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली है. पूछताछ में सामने आया कि गैंग बैंक के अंदर और बाहर दो-तरफा नेटवर्क में काम करता था. बैंक में मौजूद सदस्य कैश ट्रांजैक्शन पर नजर रखते थे और बाहर खड़े साथी पीड़िता का पीछा करके उनसे पैसे लूट लेते थे. पीड़ित को पता भी नहीं चलता था कि उसकी हर मूवमेंट ट्रैक हो रही है.

फरार आरोपी लवली और मोहन की तलाश में पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है. वहीं, पुलिस डिजिटल कम्युनिकेशन और कॉल रिकॉर्ड का डिटेल्ड एनालिसिस कर रही है ताकि गैंग के बाकी सदस्यों और संभावित कनेक्शनों की भी पहचान की जा सके. लूट का बाकी कैश और दूसरी बाइक बरामद करने के लिए आगे की जांच जारी है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement