पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में पिछले साल ED टीम पर हुए हिंसक हमले के ठीक एक साल बाद CBI ने मुख्य आरोपी अबुल हुसैन मोल्ला उर्फ दुरंतो को गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई ने बुधवार को उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि दुरंतो ने एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की टीम पर हुए जानलेवा हमले का नेतृत्व कर रहा था.
सीबीआई के अधिकारियों के मुताबिक, अबुल हुसैन मोल्ला लगातार फरार चल था. CBI के कई बार भेजे गए नोटिसों को नजरअंदाज कर रहा था. स्थानीय अदालत ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किया था. इसके बावजूद वो जांच में शामिल होने से बचता रहा. मंगलवार रात करीब 8 बजे CBI ने दक्षिण 24 परगना जिले से उसे धर दबोचा.
जांच एजेंसी का दावा है कि उसने ED टीम पर हिंसा करने के लिए भीड़ को उकसाया और उनका नेतृत्व किया था. 5 मार्च 2024 को कलकत्ता हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए इस केस की जांच पश्चिम बंगाल पुलिस से लेकर CBI को सौंप दी थी. हाई कोर्ट ने माना था कि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी का हस्तक्षेप जरूरी है.
इसके बाद से CBI इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है. दुरंतो की गिरफ्तारी के बाद अब CBI इस बात की तह में जाने की कोशिश करेगी कि क्या यह हमला सिर्फ भीड़ का गुस्सा था, या इसके पीछे किसी बड़े राजनीतिक संरक्षण या निर्देश की भूमिका थी. शाहजहां शेख के खिलाफ चल रहे राशन घोटाले की जांच भी अब तेज की जाएगी.
CBI की इस कार्रवाई के बाद संदेशखाली की सियासत और एक बार फिर गरमाने के संकेत हैं. राज्य में यह केस शुरू से ही संवेदनशील रहा है. दुरंतो की गिरफ्तारी के बाद इसमें नए खुलासों की संभावना बढ़ गई है. ये घटना उस समय हुई थी, जब ED की टीम राशन वितरण घोटाले की जांच के तहत शाहजहां शेख के घर पर छापा मारने संदेशखली पहुंची थी.
ईडी की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची, भीड़ अचानक बेकाबू हो गई. अधिकारियों पर हमला कर दिया. यह हमला न सिर्फ योजनाबद्ध बताया गया, बल्कि जांच एजेंसियों के काम में बाधा पहुंचाने की एक गहरी साजिश के रूप में भी देखा गया था. इसके बाद से इस मामले में शाहजहां शेख सहित कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी.
aajtak.in